जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव अब बेहद कम दिन रह गया है। बीजेपी लगातर एक्टिव है तो दूसरी तरफ विपक्ष भी एक हो गया है लेकिन विपक्षी एकता काफी कमजोर नजर आ रही है क्योंकि ‘इंडिया’ गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर टकराव देखने को मिल रहा है।
दरसअल कांग्रेस को लेकर विपक्षी दलों में एक राय नहीं बन पा रही है। बंगाल में ममता ने साफ कर दिया है कि वो अकेले भी चुनाव लड़ सकती है जबकि अखिलेश यादव और केजरीवाल के साथ-साथ महाराष्ट में सीट शेयरिंग पर तनाव की स्थिति देखने को मिल रही है। वहीं, इस मुद्दे पर गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि चिंता मत करिए। सब समय पर हो जाएगा।
इससे पहले बताया जा रहा था कि लालू और नीतीश ने मिलकर बिहार में सीट शेयरिंग का फार्मूला निकाल लिया है। हालांकि अब ये देखना होगा कि कांग्रेस उसपर क्या प्रतिक्रिया देती है।
सीट शेयरिंग के तहत नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और लालू की पार्टी आरजेडी 17-17 सीटें पर चुनाव लड़ेंगी जबकि कांग्रेस को 4 सीटों देने का फैसला किया है।
बिहार से मिली जानकारी के अनुसार लालू और नीतीश ने कांग्रेस को सीट शेयरिंग के फॉर्मूले के बारे में पूरी जानकारी दे दी है लेकिन ये पता नहीं चल सका है कि कांग्रेस ने इस पर क्या कहा है।
वहीं, सीट शेयरिंग के बाद 40 में से बचीं 2 लोकसभा सीटों को लेफ्ट को दिया गया है। वाम दल 2 सीटों पर बिहार में चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में इंडिया गठबंधन धीरे-धीरे सीट शेयरिंग के मामले को हल करने में लगा हुआ है।
वही बिहार को लेकर कांग्रेस ने एक अलग रणनीति बनायी है। कांग्रेस चाहती है कि पिछली बार की तरह आरजेडी 20 के बजाये एक दो सीट पर लचीला रुख अपनाए जबकि 16 सांसदों वाली जेडीयू भी थोड़ा एडजस्ट करे। 9 सीटों पर पिछली बार चुनाव लड़ चुकी कांग्रेस भी आरजेडी और जेडीयू की बात को मानने को तैयार है लेकिन वो सीट शेयरिंग पर थोड़ा एडजस्ट करने की बात भी कह रही है।