जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर जो भी अटकलें लग रही हो लेकिन अब उन्होंने इस पूरे मामले पर खुलकर बोला है और चुप्पी तोड़ी है।
उन्होंने उस बात का जवाब दिया है जिसमें कहा गया है कि मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे करने पर वो नाराज है। उन्होंने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि ‘‘बैठक में मुद्दा (एक नेता के नाम का) आया. मैने शुरू में ही स्पष्ट कर दिया था कि हमारी अपनी कोई इच्छा नहीं है।
सबलोग साथ मिलकर चलें यही हम चाहते हैं। फिर एक और नाम प्रस्तावित किया गया, मैंने कहा कि यह ठीक है। भाजपा के विरोध में विपक्षी दलों को एकजुट करने की पहल करने वाले नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा, कि मुझे कोई मायूसी नहीं हुई, कोई नाराजगी नहीं हुई।
सीट बंटवारे पर नीतीश कुमार ने कहा, कि ‘‘हां, मैंने कहा था कि सीट बंटवारे को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाना चाहिए। मैं पहले भी इसको लेकर अपने विचार व्यक्त कर चुका हूं। मुझे विश्वास है कि ऐसा सभी राज्यों में सही समय पर कर लिया जाएगा। ”
बता दे कि मोदी को रोकने के लिए कल इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक हो चुकी है लेकिन इस बैठक से जो खबरें सामने आई थी वो काफी हैरान करने वाली रही ।
पहली खबर ये थी कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खडग़े का नाम सामने आया। इसका प्रस्ताव ममता और केजरीवाल लेकर आये थे लेकिन शाम होते-होते दूसरी खबर सामने आई कि इस प्रस्ताव पर लालू और नीतीश खुश नहीं थे और दोनों ही नाखुश होकर इंडिया गठबंधन की बैठक से जल्दी चले गए थे।
हालाँकि इसपर नीतीश की पार्टी ने सफाई दी थी । इस बीच दिल्ली में 29 दिसंबर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई है।
ऐसे में इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद नीतीश कुमार की पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक क्यों बुलाई है। अटकलें लगने लगी हैं कि क्या नीतीश कुमार कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।