जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हालांकि लोकसभा चुनाव में अभी समय है लेकिन 2024 के लिए अभी से विपक्ष ने कमर कस ली है।
कांग्रेस अब पहले से ज्यादा मजबूत लग रही है क्योंकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनता हुआ नजर आ रहा है।
राज्यों के चुनाव में कांग्रेस अब पहले से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है जबकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं।
नीतीश कुमार लगातार विपक्ष के बड़े नेताओं से मिल रहे हैं और उनकी राय भी जान रहे हैं। इतना ही नहीं मोदी को रोकने के लिए नीतीश कुमार हर उस राजनीतिक दल से बात कर रहे हैं जो विपक्ष को मजबूत कर सकता है।
इसी के तहत नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात करेंगे। इस दौरान नीतीश के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहेंगे. ये मुलाकात 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बेहद अहम मानी जा रही है।
नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने 12 अप्रैल के बाद से अब तक करीब कई प्रमुख विपक्षी नेताओं से मुलाकात की है। नीतीश सबसे पहले खरगे से मिले थे और कांग्रेस की तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद उन्होंने विपक्षी एकता के लिए अपना मिलना जुलना शुरू किया था।
सीएम नीतीश ने बीते दिन (21 मई) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। इससे पहले नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर 2024 लोकसभा चुनाव पर लम्बी चर्चा की थी।
भारतीय राजनीति के लिए ये साल काफी अहम है क्योंकि कई राज्यों में विधान सभा चुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस से लेकर बीजेपी के लिए राज्यों के चुनाव किसी सेमीफाइनल से कम नहीं है।
दरअसल अगले साल लोकसभा चुनाव भी होना है। इस वजह से कांग्रेस के लिए राज्यों का चुनाव काफी अहम होने जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के बाद कर्नाटक में कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है। इस वजह से लग रहा है कि कांग्रेस फिर से वापसी कर सकती है।
भले ही हाल के दिनों में कांग्रेस पार्टी में घमासान मचा हो लेकिन कर्नाटक में उसकी जीत ने एक बार फिर उसको चुनावी दंगल में फिर से लाकर खड़ा कर दिया है।