जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल उनके एक बयान से सियासी पारा बढ़ा दिया है।
उन्होंने जो बयान दिया उससे भारी विवाद पैदा हो गया है। इतना ही नहीं जनसंख्या नियंत्रण को लेकर उनके बयान की आलोचना हो रही है लेकिन बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उनके बयान का पूरा समर्थन किया है। अब सवाल है कि नीतीश कुमार ने ऐसा क्या बयान दिया है जिसकी वजह से वो बीजेपी के निशाने पर आ गए है।
आरजेडी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि वह (नीतीश) सेक्स एजुकेशन के बारे में बात कर रहे थे। यह स्कूलों में बायलॉजी में पढ़ाया जाता है।
नीतीश कुमार आखिर क्या कहा था
नीतीश कुमार मंगलवार को बिहार में जाति आधारित जनगमा रिपोर्ट को लेकर सदन में अपना बयान दे रहे थे। बताया जा रहा है कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर उन्होंने यह आपत्तिजनक बयान दिया।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक नीतीश ने कहा था, ‘लडक़ी पढ़ लेगी अगर, तो जब शादी होगा. तब पुरुष रोज रात में करता है ना. उसी में और (बच्चे) पैदा हो जाता है. लडक़ी अगर पढ़ लेगी तो उसको भीतर मत …, उसको …. कर दो. इसी में संख्या घट रही है। उनके इस बयान पर विवाद पैदा हो गया है और बीजेपी ने सीएम जोरदार हमला बोला है।
बीजेपी बिहार ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भारत की राजनीति में नीतीश बाबू जैसा अश्लील नेता नहीं देखा होगा. नीतीश बाबू के दिमाग में एडल्ड बी ग्रेड फिल्मों का कीड़ा घुस गया है. सार्वजनिक रूप से इनके द्विअर्थी संवादों पर पाबंदी लगानी चाहिए. लगता है संगत का रंगत चढ़ गया है।
नीतीश ने कहा था कि 2011 की जनगणना की तुलना में साक्षरता दर 61 फीसदी से बढ़कर 79 फीसदी से ऊपर हो गई है. उन्होंने कहा था कि महिला साक्षरता में बहुत सुधार हुआ है। ये 51 फीसदी से बढ़कर 73 फीसदी से ऊपर हो गई है. महिला शिक्षा की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है। मैट्रिक पास संख्या 24 लाख से बढ़कर 55 लाख से ऊपर है। इंटर पास महिलाओं की संख्या पहले 12 लाख 55 हजार थी. अब 42 लाख से ऊपर है. ग्रैजुएट महिलाओं की संख्या 4 लाख 35 हजार से बढ़कर 34 लाख के पार हो गई है।