जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। नीति आयोग ने सोमवार को हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट जारी की है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के मामले में जहां एक ओर केरल ने एक बार फिर बाजी मारी है जबकि उत्तर प्रदेश एक बार फिर फिसड्डी साबित हुआ है।
भले ही सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर तमाम तरह के दावे करती हो लेकिन नीति आयोग की हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट से पता चलता है कि यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था कैसी है। इस रिपोर्ट में जो बाते कही गई वो स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती नजर आ रही है।
हालांकि अच्छी बात केवल यही है कि इस बार यानी 2018-19 के मुकाबले 2019-20 में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार हुआ है। केरल लगातार चौथी बार टॉप पर रहा है लेकिन 19 बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा फिसड्डी रहते हुए अंतिम स्थान पर रहा है।
उसका स्कोर 30.57 है लेकिन हालांकि, इन्क्रिमेंटल चेंज +5.52 है। यूपी को लेकर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने तारीफ करते हुए कहा है कि हाल में जैसा काम यूपी में हुआ है, वैसा काम किसी और राज्य में नहीं हुआ। दूसरी ओर देखा जाये तो उत्तर प्रदेश कुछ मामलों में केरल से काफी आगे माना जायेगा। यूपी में कोरोना को काबू करने के लिए पूर्ण टीकाकरण की दर 95.99 प्रतिशत है, जबकि केरल में ये दर 92.44 प्रतिशत है।
यूपी ने एक और चीज में केरल से आगे नजर आ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के 70 प्रतिशत से ज्यादा कायाकल्प स्कोर वाले जिला अस्पतालों का अनुपात यूपी में 50.33 तो केरल में 38.89 है।
नीति आयोग की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि यहां 2018-19 की तुलना में 2019-20 में यूपी में पीएचसी और सीएचसी में भी सुधार देखने को मिला लेकिन केरल में ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
यूपी से केरल क्यों है आगे
- नवजात मृत्यु दर उत्तर प्रदेश में 32 है, जबकि केरल में 5
- 5 साल के कम उम्र की मृत्यु दर यूपी में 47 और केरल में 10 है
- जन्म के समय लिंग अनुपात यूपी में 880 और केरल में 957 है
- टीबी के इलाज का सक्सेस रेट में यूपी में 78.93% और केरल में 88.21% है
- राज्य के सरकारी खजाने से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मिले फंड को इम्प्लीमेंटेशन एजेंसी तक पहुंचने में यूपी में 124 दिन और केरल में 31 दिन लगते हैं
- मातृ मृत्यु दर यूपी में 197 है तो केरल में 43
- आधुनिक गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करने की दर यूपी में 37.50 है तो केरल में ये आंकड़ा 53.50 है
हेल्थ इंडेक्स पर 74.01 स्कोर के साथ केरल ने बाजी मारी है और देशभर में बड़े राज्यों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। जबकि 28.61 स्कोर के साथ उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर है। बिहार 18वें नंबर पर है।