जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद भारतीय जनता पार्टी के साथ रहने का एलान किया है. पार्टी के तीन दिवसीय अधिवेशन के बाद पत्रकारों से मुखातिब संजय निषाद ने बताया कि अधिवेशन में 10 राज्यों के लोगों से साथ प्रदेश के सभी 75 जिलों के लोग शामिल हुए. इस अधिवेशन में तमाम प्रस्ताव पास हुए.
डॉ. संजय निषाद ने बताया कि असलियत में आजादी दिलाने वाली जातियां 31 अगस्त 1952 को आजाद हुईं. इन जातियों पर अंग्रेजों ने काला कानून लगा दिया था. इस अधिवेशन में यह मांग उठी कि हर जिले में हर जाति के लिए कोचिंग सेंटर तैयार किये जाएं.
उन्होंने कहा कि अब बिना निषादों के सरकार नहीं बनने वाली है. उन्होंने कहा कि हम सरकार में आते हैं तो संविदा समाप्त होगी. संजय निषाद ने कहा कि निषाद राज और राम गले मिले थे तो दुनिया में शांति हुई इसे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए.
अधिवेशन में डॉ. संजय निषाद ने एलान किया कि निषाद राज के किले पर भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी. अधिवेशन में सरकार से मांग की गई कि गरीबों के लिए बैकलॉग की व्यवस्था की जाए, आर्थिक आधार पर बैकलॉग से पद भरे जाएं. भाजपा को सभी सीटों पर निषादों का समर्थन देने का फैसला किया गया.
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अधिवेशन में सरकार से मांग की गई कि जिस तरह से भाजपा ने जैसे अपने मुकदमें वापस किए वैसे हमारे भी कार्यकर्ताओं के मुकदमें भी वापस लिए जाएं. हमे आरक्षण दिया जाए, हमारे ताल घाट हमें वापस किए जायें.
निषादों ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी का दोहरा चरित्र है, उसे अपने गरेबान में झांकना चाहिए.