जुबिली न्यूज डेस्क
चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विशेष आराधना की जाती है. माता के भक्त आराधना के इन नौ विशेष दिनों में व्रत का पालन करते हैं. इस दौरान कई लोग जहां एक वक्त का भोजन करते हैं, वहीं बहुत से लोग दोनों वक्त ही फलाहार करते हैं. ऐसे में जरूरी है कि फलाहार एक जैसा ही न हो इसके साथ ही फलाहार का हेल्दी होना भी जरूरी है. आज हम आपको नवरात्रि के नौ दिनों के लिए 9 फलाहार के बारें में बताएंगे.
साबूदाना खिचड़ी
फलाहार के तौर पर साबूदाना खिचड़ी का नाम जेहन में आ जाता है. साबूदाना से बनने वाली खिचड़ी स्वाद में लाजवाब होती है और इसका स्वाद हर कोई काफी पसंद करता है. साबूदाना खिचड़ी की खासियत है कि इसे खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है. इसे बनाने के लिए भिगोया साबूदाना, आलू, मूंगफली दाना, धनिया, मिर्ची का प्रयोग किया जाता है.
साबूदाना वड़ा
साबूदाना खिचड़ी की तरह ही साबूदाना वड़ा को भी फलाहार के तौर पर काफी पसंद किया जाता है. हर उम्र के लोग साबूदाना वड़ा खाना काफी पसंद करते हैं. इसे बनाने के लिए भिगोया साबूदाना, उबले आलू को अच्छे से मैश किया जाता है. इसमें भुने कुटे मूंगफली दाने और अन्य मसाले डालकर मिश्रण तैयार किया जाता है. जिससे साबूदाना वड़े बनाए जाते हैं. साबूदाना वड़ो को डीप फ्राई कर तैयार किया जाता है.
शकरकंद कटलेट
आप अगर साबूदाना से बना फलाहार खाकर बोर हो चुके हैं तो शकरकंद कटलेट को ट्राई कर सकते हैं. इसे बनाने के लिए शकरकंद, उबले आलू, सिंघाड़ा और मसालों से स्टफिंग बनाकर कटलेट तैयार किए जाते हैं. इसके बाद इसे डीप फ्राई या सॉट कर सकते हैं.
साबूदाना खीर
मीठे की क्रेविंग को कई बार दबा दिया जाता है, लेकिन अगर ये इच्छा काफी बढ़ जाए तो मीठे में साबूदाना खीर एक टेस्टी और हेल्दी ऑप्शन है. इसे बनाने के लिए दूध को उबालकर उसमें भिगोए साबूदाना को डालकर पकाया जाता है. साबूदाना खीर काफी टेस्टी लगती है.
काजू कतली
व्रत के दौरान काजू कतली काफी पसंद की जाती है. इसे बनाने के लिए काजू का पेस्ट तैयार किया जाता है. काजू कतली के लिए दूध को गाढ़ा किया जाता है और इसमें केसर आदि चीजों को भी शामिल किया जाता है.
ड्राई फ्रूट्स चाट
कई लोग व्रत के दौरान सिर्फ हेल्दी चीजों को खाना ही पसंद करते हैं, ऐसे में ड्राई फ्रूट्स चाट एक बढ़िया ऑप्शन होता है. ड्राई फ्रूट्स चाट खाने से न सिर्फ लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है, बल्कि शरीर भी दिनभर एनर्जेटिक बना रहता है. इसे बनाने के लिए काजू, बादाम, पिस्ता, किशमिश, अखरोट समेत अन्य सूखे मेवे प्रयोग किये जाते हैं.
पपीते का हलवा
व्रत के दौरान पपीता हलवा खाना काफी लाभकारी होता है. जबकि पपीते का हलवा पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मददगार होता है. इसे बनाने के लिए देसी घी में पपीते के गूदे को पकाया जाता है और उसमें चीनी, ड्राई फ्रूट्स डाले जाते हैं.
राजगीरा पूरी
राजगीरा आटे से बनी पूरी को नवरात्रि के नौ दिन चलने वाले व्रत में कभी भी बनाकर खाया जा सकता है. इसके लिए राजगीरा के आटे को गूंथा जाता हैं और इसे भी सादी पूरी की तरह ही तेल में तलकर निकाला जाता है. इसे आलू की फलाहारी सब्जी के साथ खाया जा सकता है.
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मिक्स जूस
चैत्र नवरात्रि के व्रत के दौरान इस दौरान आम रस, नींबू रस, मौसमी रस समेत अन्य जूस का प्रयोग किया जा सकता है. इसके साथ ही आजकल मिक्स जूस का चलन भी काफी बढ़ गया है जिसमें दो या दो से ज्यादा फलों को एकसाथ मिलाकर जूस तैयार किया जाता है. ये काफी टेस्टी और हेल्दी जूस होता है.
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