स्पेशल डेस्क
हाल के दिनों में महात्मा गांधी और गोडसे को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने विवादित बयान दिया था। इसके बाद उनके बयान को लेकर कड़ी आलोचना की गई थी। इतना ही नहीं बीजेपी ने भी उनके बयान से किनारा कर लिया और पीएम मोदी ने भी अच्छी-खासी प्रतिक्रिया दी थी।
इसके बाद महात्मा गांधी को लेकर एक और विवादित बयान सुर्खियों में आ गया है। महाराष्ट्र की एक आईएएस अफसर निधि चौधरी ने बेहद विवादित बयान दिया है और कहा है कि हम गांधी की 150 जयंती मना रहे हैं, इससे बढ़िया क्या मौका हो सकता है कि हम अपने नोटों से उनकी तस्वीर हटा दें। दुनिया भर से उनकी मूर्तियां हटा दें।
इस ट्वीट ने एक बार फिर देश में महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान सामने आ रहा है। उनके इस बयान को लेकर महाराष्ट में एनसीपी इस आईएएस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एनसीपी ने उन्हें हटाने की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक निधि चौधरी 2012 बैच की आईएएस हैं। फिलहाल वो मुंबई में पोस्टेड हैं। गौरतलब हो कि 17 मई को एक ट्वीट में उन्होंने लिखा था, कि हम शानदार रूप से 150 जयंती मना रहे हैं, यही मौका है कि हम अपने नोटों से उनका चेहरा हटा दें, दुनिया भर से उनकी मूर्तियां हटा दें, उनके नाम से रखी गई संस्थाएं और सडक़ों के नाम बदल दें, ये हम सभी की ओर से उन्हें असली श्रद्धांजलि होगी, 30 जनवरी 1948 के लिए थैंक्यू गोडसे। अब देखना होगा सरकार इस मामले पर क्या कदम उठाती है।
इस ट्वीट पर के बाद निधि चौधरी ने इसे डिलीट कर दिया और अपनी सफाई भी दी.
उन्होंने लिखा, “17 मई के अपने ट्वीट को मैंने डिलीट कर दिया, क्योंकि कुछ लोग इसे गलत समझ गए. अगर वह 2011 से मेरे टाइमलाइन को फॉलो कर रहे होते तो वे समझते कि मैं गांधी जी का अनादर करने की सोच भी नहीं सकती हूं, मैं उनके सामने पूरी श्रद्धा से सर झुकाती हूं और अपनी आखिरी सांस तक ऐसा करती रहूंगी.”