Tuesday - 29 October 2024 - 2:01 PM

एनआईए ने बताया कि अंबानी के घर के बाहर किसने खड़ी की थी स्कॉर्पियो

जुबिली न्यूज डेस्क

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी करने के मामले में हर दिन नया खुलासा हो रहा है। इस मामले की जांच में जुटी एनआईए ने बताया है कि अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी किसने खड़ी की थी।

एनआईए के मुताबिक 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के बाहर जिलेटिन के छड़ों से भरी गाड़ी सचिन वाझे के निजी ड्राइवर ने खड़ी की थी।

एनआईए सचिन वाझे को मनसुख हिरानी की हत्या के मामले में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। एनआईए ने यह भी बताया कि स्कॉर्पियो के पीछे दिखी इनोवा गाड़ी खुद सचिन वाझे चला रहे थे।

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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अंबानी के घर के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो की कहानी 17 फरवरी को ही शुरू हो गई थी जब इसके मालिक मनसुख हिरेन ने गाड़ी को मुंलुंड-एरोली रोड पर पार्क कर दिया था। इस गाड़ी को लेकर दावा किया था कि गाड़ी में तकनीकी खराबी आ गई है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार मनसुख हिरेन ने गाड़ी की चाभी इसी दिन सिटी पुलिस हेडक्वॉर्टर्स जाकर वाझे को दी थी और इसके अगले दिन वाझे के निजी ड्राइवर ने स्कॉर्पियो वहां से ली और उसे चलाकर ठाणे ले गया। इसके बाद ड्राइवर ने स्कॉर्पियो को साकेत हाउसिंग सोसायटी में पार्क किया, जहां वाझे रहता था।

सूत्रों के अनुसार वाझे का ड्राइवर यह गाड़ी 19 फरवरी को क्रॉफर्ड मार्केट में स्थित पुलिस हेडक्वॉर्टर ले गया और वहीं पार्क कर दिया। दो दिन गाड़ी वहीं खड़ी रही और 21 फरवरी को ड्राइवर दोबारा इस गाड़ी को वाझे की सोसायटी ले गया जहां गाड़ी 25 फरवरी की रात तक खड़ी रही। फिर ड्राइवर यहां से गाड़ी दक्षिणी मुंबई ले गया और वहां अंबानी के घर के पास खड़ी कर दी।

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एक अधिकारी के अनुसार, ‘सचिन वाझे खुद स्कॉर्पियो के पीछे इनोवा गाड़ी चलाकर जा रहा था। एंटीलिया के पास गाड़ी छोडऩे के बाद ड्राइवर भी इनोवा में बैठा और दोनों वहां से चले गए। लेकिन थोड़ी देर बाद यह इनोवा दूसरे नंबर प्लेट के साथ एंटीलिया के पास दिखी। इसके बाद कुर्ता-पायजामा पहने सचिन वाझे ने ही स्कॉर्पियो के पास जाकर धमकी भरी  चिट्ठी वहां रखी।’

मालूम हो कि एंटीलिया के बाहर रखी विस्फोटक भरी गाड़ी और फिर गाड़ी के कथित मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध हालत में मौत, दोनों ही मामलों की जांच एनआईए कर रही है।

इस मामले में पुलिस ने सचिन वाझे को गिरफ्तार किया था। वह पहले जांच की कमान संभाल रहे थे और स्कॉर्पियो का इस्तेमाल करने के लिए उनका नाम सामने आया था। एनआईए का कहना है कि मामले में उनकी संलिप्तता सामने आई है।

कौन हैं सचिन वाझे?

49 साल के सचिन वाझे महाराष्ट्र के कोल्हापुर के रहने वाले हैं। वाझे 1990 में एक सब-इंस्पेक्टर के रूप में महाराष्ट्र पुलिस में भर्ती हुए थे। सबसे पहले उनकी पोस्टिंग नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली में हुई थी और फिर ठाणे में तैनाती हुई।

मुंबई पुलिस में आने के बाद वाझे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में मशहूर हुए। वाझे ने अंडरवर्ल्ड के कई गैंगस्टर्स के एनकाउंटर में हिस्सा लिया। बताया जाता है कि उन्होंने 5 दर्जन से अधिक अपराधियों को इन मुठभेड़ों में मार गिराया। इतना ही नहीं वाझे टेक्नोलॉजी की अच्छी जानकारी रखते हैं और उन्होंने कई साइबर क्राइम और आपराधिक केसों को भी उन्होंने सुलझाया था।

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