जुबिली स्पेशल डेस्क
26/11 मुंबई आतंकी हमलों की गुत्थी को पूरी तरह सुलझाने के प्रयास में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तहव्वुर हुसैन राणा से पूछताछ के लिए 31 बिंदुओं की एक विस्तृत सूची तैयार की है।
। इन सवालों के ज़रिए एनआईए का मकसद न सिर्फ हमलों की साजिश से जुड़ी कड़ियों को जोड़ना है, बल्कि डेविड हेडली, लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ राणा के संबंधों को भी स्पष्ट करना है।
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एनआईए की जांच के मुख्य बिंदु
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हमले के दौरान राणा की लोकेशन:
एनआईए जानना चाहती है कि 26 नवंबर 2008 को राणा कहां मौजूद था। -
भारत यात्रा और गतिविधियां
8 से 21 नवंबर 2008 के बीच राणा भारत क्यों आया था, वह किन-किन शहरों में गया और किन लोगों से मिला? -
हेडली से रिश्ते
डेविड कोलमैन हेडली को राणा कब से जानता है? उसने हेडली को भारत भेजने में मदद क्यों की और कैसे की? -
मुंबई हमलों की जानकारी
राणा को हमलों की साजिश के बारे में कब और कैसे पता चला? क्या उसने इसमें कोई भूमिका निभाई? -
वीजा और पहचान पत्र
क्या राणा ने हेडली को जाली दस्तावेज़ों के ज़रिए भारतीय वीजा दिलाने में मदद की? -
लश्कर-ए-तैयबा से संबंध
एनआईए यह भी जानना चाहती है कि राणा लश्कर चीफ हाफिज सईद और अन्य नेताओं को कैसे जानता है? उसने संगठन की क्या मदद की और उसके बदले क्या मिला? -
आतंकी ट्रेनिंग और नेटवर्क
लश्कर-ए-तैयबा की ट्रेनिंग प्रक्रिया, ISI की भूमिका, हथियारों की सप्लाई और फंडिंग स्रोतों पर भी सवाल पूछे गए हैं। -
आईएसआई और पाक सरकार की भूमिका
क्या आईएसआई के अलावा पाकिस्तान सरकार को भी हमलों की जानकारी थी? और हमले के दौरान आतंकियों को इंस्ट्रक्शन कौन दे रहा था? -
फिदायीन हमलों की तैयारी
फिदायीन हमले के लिए आतंकियों को कैसे मानसिक रूप से तैयार किया जाता है, इस पर भी सवाल शामिल हैं। -
हमलों की योजना में शामिल लोग
एनआईए जानना चाहती है कि इस पूरी साजिश में कितने लोग शामिल थे और किसकी क्या भूमिका थी।
तहव्वुर राणा को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था और भारत उसकी प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है। राणा पर आरोप है कि उसने अपने क्लोज़ फ्रेंड डेविड हेडली की भारत में गतिविधियों में मदद की, जिसने मुंबई हमलों के लिए रेकी की थी।
एनआईए की यह पूछताछ आतंकी हमलों से जुड़ी एक बड़ी साजिश की परतें खोल सकती है और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम साबित हो सकती है।