जुबिली न्यूज डेस्क
चीन ने हाल ही में अमेरिकी वस्तुओं पर 84% के टैरिफ के बाद अब 125% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। नई टैरिफ दरें शनिवार से प्रभावी होंगी। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि ये कदम अमेरिकी “धौंस और दबाव” को उजागर करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि अमेरिका बाद में टैरिफ बढ़ाता भी है, तो चीन जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा। प्रवक्ता ने कहा, “यह एक मज़ाक बन जाएगा।”
अमेरिका-चीन टैरिफ वार्तालाप:
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अमेरिकी टैरिफ में वृद्धि: पिछले हफ़्ते अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन पर अतिरिक्त 34% टैरिफ लगाने का ऐलान किया था, जिसका प्रभाव 9 अप्रैल से होना था। लेकिन चौंकाने वाले मोड़ पर, ट्रंप ने उसी दिन कुछ घंटों पहले टैरिफ को 50% तक बढ़ा देने की घोषणा कर दी।
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चीन की जवाबी कार्रवाई: इसके जवाब में चीन ने बुधवार को अमेरिकी सामान पर टैरिफ दर बढ़ाकर 84% कर दी थी और अब इसे 125% तक ले जा दिया है।
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अमेरिकी एलान: गुरुवार को अमेरिका ने चीन पर टैरिफ बढ़ाकर 145% करने का एलान किया, जबकि बाक़ी देशों को 90 दिनों की छूट देते हुए रेसिप्रोकल टैरिफ को एक समान 10% पर सीमित कर दिया गया।
चीन ने किया अमेरिकी दबाव का पर्दाफाश
चीन ने स्पष्ट कर दिया है कि टैरिफ बढ़ोतरी से अमेरिकी दबाव और धौंस का पर्दाफाश होगा। वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यदि अमेरिका भविष्य में भी टैरिफ बढ़ाता है, तो चीन किसी भी प्रकार की जवाबी कार्रवाई से बचेगा। इस कदम से चीन अमेरिकी व्यापारिक नीति की निंदा करते हुए यह संदेश देना चाहता है कि अमेरिका के बढ़ते टैरिफ वास्तव में एक हास्यास्पद स्थिति का निर्माण कर देंगे।
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ट्रंप द्वारा किए गए टैरिफ बढ़ोतरी के ऐलान ने चीन की प्रतिक्रियाओं को कड़क कर दिया। जबकि ट्रंप ने हाल ही में अमेरिकी सामान पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की योजना बनाई थी, चीन ने अपनी आर्थिक नीति के तहत इस पर कड़ा जवाब देते हुए टैरिफ को न केवल बढ़ाया, बल्कि उसे और भी चरम स्तर पर ले गया। गुरुवार को अमेरिका द्वारा 145% का टैरिफ लगाने के फैसले से यह विवाद और भी तेज हो गया है।