जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 30 अप्रैल से पहले होने है। ऐसे में सरकार पंचायत चुनाव को लेकर काफी तेजी से काम कर रही हैं। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य के लिए आरक्षण नीति की घोषणा भी कर दी है।
हालांकि अभी प्रधान, बीडीसी के लिए आरक्षण निति की घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में खबर है कि इस आर के पंचायत चुनाव में ‘एक जनपद-एक बार’ सिस्टम को अपनाया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि इस सिस्टम के तहत एक जिले के सभी ब्लॉक में एक ही चरण में चुनाव करवाए जाएंगे।राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने इस संबंध में सभी जलों के डीएम व कमिश्नर को निर्देश जारी भी कर दिए। उन्होंने कहा कि जिले में एक ही चरण में चुनाव कराने की तयारी शुरू कर दें।
जाहिर है कि अभी तक एक जिले में स्थित ब्लॉक में पंचायत चुनाव चार चरणों में होते थे। ऐसे में अगर किसी जिले में 12 ब्लॉक हैं तो प्रत्येक चरण में तीन-तीन ब्लॉक में चुनाव होते थे, लेकिन इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने ‘एक जनपद-एक बार’ को व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है।
इसके तहत एक जिले के सभी ब्लॉक में एक ही साथ में चुनाव संपन्न कराया जाएगा। यही नहीं प्रत्येक मंडल के एक से दो जिलों को एक चरण में शामिल किया जाएगा, जिससे चार चरण में चुनाव संपन्न कराए जा सकें।
मंडलायुक्तों को दिए निर्देश
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने सभी मंडलायुक्तों को ये निर्देश दिए हैं कि चुनाव के लिए कर्मचारी काम पड़ने पर मंडल के दूसरे जिले से इसकी व्यवस्था कराएं। साथ ही वे संवेदनशील मतदान केंद्रों को चिन्हित कर जल्द से जल्द इसकी सूची आयोग को सौंपे। इसके अलावा उन्होंने स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्रों पर भी व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश दिए है।
15 मार्च के बाद तारीखों का ऐलान संभव
गौरतलब है कि मौजूदा समय में सीटवाइज आरक्षण की सूची तैयार करने का काम चल रहा है। ऐसी उम्मीद है कि 15 मार्च तक सभी पंचायतों की फाइनल आरक्षण लिस्ट आ जाएगी। फाइनल लिस्ट आ जाने के बाद कभी भी आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।