जुबिली न्यूड डेस्क
लखनऊ. देश में 1अगस्त से कई नियम बदलने जा रहे हैं। ऐसे में यूपी की राजधानी लखनऊ के ई-रिक्शा चालको को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। राजधानी लखनऊ स्थित आरटीओ कार्यालय में एक अगस्त से बिना ड्राइविंग लाइसेंस के ई-रिक्शा का संचालन नहीं होगा।बुधवार को ई-रिक्शा डीलर्स के साथ परिवहन विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें साफ तौर पर डीलर्स को निर्देश दिया गया कि परिवहन विभाग के सभी नियमों का पालन करें। इसके अलावा छह से सात साल पुराने ऐसे ई-रिक्शा जिनका न तो आरटीओ कार्यालय में टैक्स ही जमा किया है और न ही फिटनेस है, उन्हें अभियान चलाकर बंद करने की कार्रवाई की जाएगी।
बिना ड्राइविंग लाइसेंस नहीं चला सकेंगे ई-रिक्शा
इसके अलावा बैठक में यह भी तय हुआ कि 6से 7 साल पुराने ई-रिक्शा सड़क पर संचालित हो रहे हैं जिनका ना ही टैक्स जमा है और न ही फिटनेस है, आगामी एक अगस्त से अभियान चलाकर उन्हें बंद किया जाएगा। अब आरटीओ कार्यालय में जिन नए ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन होगा, उसके लिए ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य होगा। बिना ड्राइविंग लाइसेंस के किसी भी कीमत पर ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाएगा। जानकारी के मुताबिक आरटीओ परिवर्तन संदीप कुमार पंकज ने ई-रिक्शा डीलर्स को सख्त तौर पर निर्देश दिए कि वे जिस एरिया का ट्रेड सर्टिफिकेट लें अपना व्यवसाय उसी एरिया में करें। किसी अन्य एरिया में दुकान न खोलें।
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ई रिक्शा मालिक को देना होगा यह शपथ पत्र
इसके साथ ही ये भी निर्देश दिए गए कि ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन कराते समय ई रिक्शा मालिक को यह शपथ पत्र भी देना होगा कि यह रिक्शा कोई भी नाबालिग नहीं चलाएगा, साथ ही शपथ पत्र में इस बात का भी जिक्र करना होगा कि शहर में जो 11 मार्ग ई-रिक्शा के संचालन के लिए प्रतिबंधित हैं, इन मार्गो पर ई- रिक्शा का संचालन भी नहीं किया जाएगा, तभी ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन हो पाएगा।
बता दें कि लखनऊ शहर में हजारों की संख्या में ऐसे ई-रिक्शा हैं जिनका न तो टैक्स जमा है न फिटनेस है और न ही कोई नंबर, है ऐसे ई-रिक्शा पर परिवहन विभाग के प्रवर्तन दस्ते चेकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई करेंगे। वहीं लखनऊ में ई-रिक्शा की संख्या 30 से 35 हजार के बीच पहुंच गई है।
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