न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश शासन ने होमगार्ड जवानों के आश्रितों को भर्ती में बड़ी सहूलियत दी है। होमगार्ड स्वयंसेवकों और अवैतनिक होमगार्ड पदाधिकारियों की मृत्यु/स्थायी रूप से अपंग होने की स्थिति में उनके पात्र आश्रितों को शारीरिक दक्षता परीक्षा में असफल होने पर एक और मौका दिया जायेगा।
असफल आश्रित को दौड़ में दोबारा शामिल किया जायेगा। किसी एक आश्रित के दौड़ में असफल होने की स्थिति में यदि कोई अन्य पात्र आश्रित आवेदन करता है, तो उसे दौड़ परीक्षा में शामिल होने का एक मौका मिलेगा। सफल होने पर उसे सेवा का मौका प्रदान किया जायेगा।
दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद शासन ने होमगार्ड स्वयं सेवकों का ड्यूटी भत्ता 500 से बढ़ाकर सिपाही के न्यूनतम वेतन 600 रुपये प्रतिदिन के बराबर कर दिया है।
इस तरह अब होमगार्ड को 12 फीसदी महंगाई भत्ते के साथ 672 रुपये मिलेंगे। होमगार्ड विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार ने इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया है।
यह भत्ता 6 दिसंबर 2016 से लागू होगा। उन्होंने बताया कि ड्यूटी भत्ते का नकद भुगतान इसी महीने से शुरू कर दिया गया है। एरियर के भुगतान के लिए अलग से आदेश जारी किया जाएगा।
बता दें कि कुछ दिनों पहले होमगार्ड विभाग के मंत्री चेतन चौहान ने विभाग की समीक्षा बैठक की थी। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि होमगार्ड बनने के लिए भी अब कम से कम इंटर पास होना जरूरी होगा। होमगार्ड महकमा इस पर विचार कर रहा है। साथ ही जल्द ही होमगार्ड भर्ती नियमावली में बदलाव किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि होमगार्ड का मानदेय अब सिपाही के न्यूनतम वेतन के बराबर हो गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में जब होमगार्ड के रिक्त पदों के लिए भर्तियां होंगी तो उसमें भी हाईली क्वालिफाइड लोग आवेदन करेंगे।
चेतन चौहान ने कहा कि फिलहाल यूपी में होमगार्ड के स्वीकृत पद 1 लाख 18 हजार 348 हैं। इसमें 99 हजार ड्यूटी कर रहे हैं। शेष 19 हजार रिक्त पदों पर भर्ती के लिए वित्त विभाग से स्वीकृति मांगी जाएगी और नए नियमों के तहत इसमें भर्तियां की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि होमगार्ड की इमेज पिछले दो-ढाई सालों में बदली है। होमगार्ड का आधुनिकीकरण हो रहा है। पहले जहां थ्री नॉट थ्री राइफल दी जाती थीं, वहीं उन्हें अब इंसास राइफल दी जा रही है, जिसकी ट्रेनिंग चल रही है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड यूपी 100 और पुलिस महकमे में महत्वपूर्ण स्थानों पर अपनी ड्यूटी दे रहे हैं। चौहान ने कहा कि उनकी मंशा होमगार्ड को चुस्त और दुरुस्त बनाने की है।
चेतन चौहान ने कहा कि फिलहाल प्रशिक्षण के लिए 42 दिन मिलता है, इसे और बढ़ाए जाने की जरूरत है। उनकी कोशिश है कि कम से कम 62 दिन का प्रशिक्षण का समय होमगार्ड को दिया जाए। साथ ही हर तीन साल में अलग से प्रशिक्षण कराया जाए। मंत्री ने कहा था कि बीते एक साल में एक भी धरना प्रदर्शन होमगार्ड द्वारा नहीं किया गया है। उनकी जो भी शिकायतें हैं, उनको पोर्टल के जरिए मंगा कर उनका समाधान निकाला जा रहा है।
इसके अलावा होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने कहा था कि बीते लोकसभा चुनाव के दौरान कुल 15 होमगार्ड के जवान शहीद हुए। इन होमगार्ड को 15-15 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। इसमें से चुनाव आयोग 10 लाख रुपये और होमगार्ड विभाग 5-5 लाख रुपये देगा।