जुबिली न्यूज डेस्क
नेपाल में रविवार को तेजी से बदलते घटनाक्रम में राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने सीपीएन-माओवादी सेंटर (सीपीएन-एमसी) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ”प्रचंड” को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है.रविवार को राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. 275 सीटों की संसद में प्रचंड की माओवादी पार्टी ने 32 सीटें जीती थीं.
सोमवार शपथ ग्रहण
राष्ट्रपति कार्यालय के बयान के मुताबिक 68 साल के प्रचंड को सोमवार को शाम चार बजे पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी. प्रचंड नेपाली कांग्रेस के मौजूदा प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की जगह लेंगे. उन्होंने इससे पहले हिमालयी राष्ट्र में नई सरकार का नेतृत्व करने का दावा पेश किया. सात राजनीतिक दलों- उनके अपने सीपीएन-माओवादी सेंटर, सीपीएन-यूएमएल, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी, जनमत पार्टी, जनता समाजवादी पार्टी और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के साथ-साथ तीन निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से प्रचंड रविवार शाम राष्ट्रपति कार्यालय पहुंचे और एक पत्र पेश किया जिसमें दावा किया गया कि उन्हें संसद के अधिकांश सदस्यों से समर्थन हासिल है.
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विपक्ष में रहेगी नेपाली कांग्रेस
निचले सदन में सीपीएन-यूएमएल के पास 78, माओवादी सेंटर के पास 32, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के पास 20, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के पास 14, जनमत पार्टी के पास 6, जनता समाजवादी पार्टी के पास 12 और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के पास 4 सीटें हैं. संयुक्त रूप से अब उनके पास नई सरकार बनाने के लिए पर्याप्त बहुमत है. प्रचंड की पार्टी देउबा के साथ आम सहमति तक पहुंचने के असफल प्रयास के बाद रविवार दोपहर नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन से बाहर हो गई. नेपाली कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति में से किसी भी पद को माओवादी सेंटर को देने से इनकार करने के बाद प्रचंड ने देउबा से कहा था कि उनकी पार्टी अब गठबंधन में नहीं रह सकती है.
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