जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. भारत से रिश्तों में खटास आने के बाद से नेपाल लगातार ऐसे काम करता जा रहा है जिससे दोनों देशों के रिश्ते लगातार बिगाड़ के रास्ते पर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. नेपाल ने उत्तर प्रदेश और बिहार सीमा पर अपने देश में हैलीपैड का निर्माण शुरू कर दिया है. नेपाल की इस हरकत पर ख़ुफ़िया विभाग अपनी पैनी नज़र बनाए हुए है.
भारतीय सीमा पर बनाए जा रहे हैलीपैड को लेकर नेपाल का कहना है कि वह यह हैलीपैड बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने के लिए बना रहा है जबकि हकीकत यह है कि उसने जिन इलाकों को हैलीपैड के लिए चुना है उन इलाकों में बाढ़ का न कोई चिन्ह है और न ही खतरा है. भारतीय सीमा के करीब बन रहे इन हैलीपैड को चीन की साज़िश का हिस्सा मानते हुए इन इलाकों में सीमा सुरक्षा बल को एलर्ट कर दिया गया है.
बताया जाता है कि नेपाल ने भारत के नरसही गाँव, त्रिवेणी में आर्मी कैम्प के पास और तीसरा हैलीपैड नवल परासी जिले के उज्जैनी में तैयार किया है. यह हैलीपैड उत्तर प्रदेश की सीमा के पास हैं. नेपाल से जुड़े सूत्र बताते हैं कि नेपाल ने यह हैलीपैड अपनी सेना के इस्तेमाल के लिए बनाए हैं ताकि ज़रूरत पड़ने पर नेपाल की सेना इनका इस्तेमाल कर सके. संभव है कि नेपाल सरकार का मकसद इन हैलीपैड के ज़रिये सिर्फ भारत पर दबाव बनाने का हो.
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नेपाल में बन रहे हैलीपैड को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद है. भारत और नेपाल सीमा कोरोना शुरू होने के फ़ौरन बाद ही सील कर दी गई थी. भारत नेपाल की हर गतिविधि पर नज़र जमाये है और किसी भी स्थिति से निबटने के लिए तैयार है.