न्यूज़ डेस्क
महाराष्ट्र में चुनावी नतीजों को आये हुए करीब 14 दिन बीत चुके है। कोई भी पार्टी पूर्ण बहुमत में नहीं है। इसलिए सरकार बनाने को लेकर लगातार खींचतान जारी है। गठबंधन में लड़ी बीजेपी और शिवसेना के बीच बात नहीं बनती नजर आ रही है।
ऐसे में बताया जा रहा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और शिवसेना मिलकर वहां सरकार बना सकती है, जबकि इस गठबंधन सरकार में कांग्रेस बाहर से समर्थन दे सकती है।
क्या है प्लान
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार के गठन को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और NCP प्रमुख शरद पवार के बीच सोमवार को दिल्ली में बैठक हुई। इस बैठक में दोनों के बीच लंबी चर्चा हुई।
कांग्रेस सरकार देगी बाहर से समर्थन
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने नाम न लेने की शर्त पर बताया कि एनसीपी-शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए तैयार है। इसमें कांग्रेस सरकार को बाहर से समर्थन देगी। इसके लिए कांग्रेस के एक नेता को विधानसभा में स्पीकर का पद दिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ‘हमने सरकार बनाने के लिए वहीं फॉर्मूला रखा है जो 1995 में शिवसेना-बीजेपी ने तय किया था।’
वहीं, सोनिया गाँधी से मुलाकात के बाद शरद पवार ने बताया था कि बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है। सरकार बनाने की जिम्मेदारी उन पर है। शिवसेना का सीएम बनाने के लिए एनसीपी समर्थन के सवाल पर उन्होंने कहा हमसे किसी ने अभी तक पूछा नहीं है। किसी ने हमसे बातचीत नहीं की है न ही हमारी तरफ से कुछ इस तरह का कोई प्रस्ताव भेजा है।
बता दें कि महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में कोई भी पार्टी बहुमत में नहीं आया सकी। 288 सीटों वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिली हैं। बहुमत में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 146 विधायक चाहिए। शिवसेना और बीजेपी ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था।