न्यूज डेस्क
रामलीला मैदान एक बार फिर अरविंद केजरीवाल की ताजपोशी का गवाह बनने जा रहा है। यह वहीं मैदान है जहां केजरीवाल ने राजनीति का ककहरा सीखा और यह वहीं मैदान है जहां पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। इस मैदान से केजरीवाल ने हर बार इतिहास ही बनाया है। जैसे की रामलीला मैदान में ही आम आदमी पार्टी सामने आई तो यहीं से निकला एक आम आदमी दिल्ली की सत्ता में काबिज हुआ। अब तीसरी बार रामलीला मैदान अरविंद केजरीवाल की सफलता का गवाह बनने जा रहा है।
रामलीला मैदान पूरी तरह सजधज कर तैयार है। वह अपने नायक के ताजपोशी का गवाह बनने के लिए आतुर है। इस बार का समारोह कुछ खास है। इस बार अरविंद केजरीवाल की सफलता के इस पल की साक्षी दिल्ली की आम जनता बनेगी।
‘दिल की निर्मता’ कहे जाने वालों की इस अतिथि सूची में व्यापारी, शिक्षक, प्रधानाचार्य, मजदूर, अधिवक्ता, इंजीनियर, डॉक्टर, खिलाड़ी, छात्र, बस ड्राइवर और कंडक्टर, ऑटो चालक, मेट्रो पायलट, किसान, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वच्छता कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं।
अरविंद केजरीवाल की यही अनोखी राजनीति उन्हें औरो से अलग करती है। शायद इसीलिए दिल्ली की जनता उन्हें अपना नायक मानती है। केजरीवाल दिल्ली के नायक है। रामलीला मैदान में भी नायक के स्वागत के लिए बैनर-पोस्टर लगा हुआ है।
Delhi: A banner seen at Ramlila Ground where preparations are underway for the swearing-in ceremony of Chief Minister-designate Arvind Kejriwal https://t.co/PoxqhcX6Zv pic.twitter.com/s7gqnQP284
— ANI (@ANI) February 16, 2020
आज 12.30 बजे अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेते हुए, अरविंद केजरीवाल और उनका मंत्रिमंडल विभिन्न क्षेत्रों के 50 विशिष्ट अतिथियों के साथ मंच साझा करेंगे। ये वह लोग हैं जिन्होंने राजधानी में योगदान दिया है।
यह भी पढ़ें :तो क्या बिहार चुनाव के लिए पार्टी की छवि सुधारी जा रही है
यह भी पढ़ें :उद्धव का फैसला, एक मई से शुरु होगी एनपीआर प्रक्रिया
शनिवार को निर्णय की घोषणा करते हुए, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, “यह दिल्ली के लोगों के लिए बहुत बड़ी जीत है, जिन्होंने केजरीवाल को शासन और विकास का मॉडल बनाया। यह उन लोगों की जीत है जो दिल्ली को एक विश्वस्तरीय शहर बनाने का सपना देखते हैं और इसके लिए अथक प्रयास करते हैं।
उन्होंने कहा कि इन पचास लोगों को “दिल्ली के निर्मता” को एक विशेष मंच पर मुख्यमंत्री के साथ बैठाया जाएगा। उनके साथ सहयोग करते हुए, सरकार अगले पांच वर्षों में प्रभावी रूप से दिल्ली में विकास कार्यों और योजनाओं को आगे बढ़ाएगी। हमारे पांच साल अच्छे थे; अगले पांच साल और भी बेहतर होंगे।”
यह भी पढ़ें : उमर-महबूबा के बाद अब फैसल पर लगा पीएसए
यह भी पढ़ें : आज तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे केजरीवाल