न्यूज डेस्क
गुजरात के ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल का अजीबो गरीब बयान चर्चा में है। गुरुवार को वह फिक्की गुजरात स्टेट काउंसिल डे के कार्यक्रम में जीडीपी पर संबोधन देने के लिए मंत्री पटेल पहुंचे थे, लेकिन इस मौके पर उन्होंने कहा कि आजकल लड़कियां गांव में शादी नहीं करना चाहती हैं और शहर में शादी को तवज्जो दे रही हैं।
ऊर्जा मंत्री ने गुजरात की जीडीपी दोगुना करने के विषय पर संबोधन के दौरान यह बात कही। अपने संबोधन में आगे उन्होंने कहा कि जहां तक जीडीपी (गुजरात के) को दोगुना करने का सवाल है, सर्विस सेक्टर काफी महत्वपूर्ण है। हमें रोजगार सृजन पर ज्यादा ध्यान देना होगा।
पटेल ने कहा कि जिसने स्कूल, कॉलेज से शिक्षा ली है वह फैक्ट्री में काम नहीं करते हैं। वे लोग कृषि क्षेत्र में काम नहीं करना चाहते हैं। पढ़े-लिखे लोग खेतों में काम करने के लिए बहुत उत्सुक नहीं है। जहां कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है ऐसी जगहों पर लोग काम करने से बच रहे हैं। हर किसी को ऑफिस की नौकरी की तलाश है।
स्थानीय उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आप लोगों को शायद पता नहीं होगा कि अब लोग गांव में नहीं रहना चाहते हैं। लड़कियां गांव में शादी नहीं करना चाहती है। इसलिए हमारी अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे का निर्माण इस तरह से किया जाना चाहिए की समावेशी विकास हो जो यहां रह रहे हैं उनका भी और जो शहरों से गांव की ओर लौट रहे हैं उनका भी विकास हो सके। यह हमारे लिए बड़ी चुनौतियों में से एक है।
मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था में कृषि की अभी भी महत्वपूर्ण भूमिका है। परिवार में अलगाव के चलते अब संपत्ति छोटी होती जा रही है लोगों के पास जमीनें कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि अगले 10 से 15 वर्षों में भूमि का आकार इतना छोटा हो जाएगा कि सरकार को ऐसी नीतियों के साथ आना होगा जिससे खेती को संभव बनाने के लिए भूमि पार्सल को एक साथ जोड़ा जा सके।
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