जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बर्खास्त राष्ट्रीय कोच आरके शर्मा की मुश्किलें कम होने नाम नहीं ले रही है। दरअसल महिला साइकिलिस्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है जबकि भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) इस मामले में सख्त नजर आ रहा है।
उसने साफ कर दिया है कि वो इसकी पूरी जांच करायेंगा। इतना ही नहीं भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने कहा है कि स्लोवेनिया दौरे पर गए पूरे साइक्लिंग दल के साथ बात करेगा।
महिला खिलाड़ी के आरोपों के बाद बगैर देर किये मुख्य कोच शर्मा का अनुबंध बुधवार को खत्म कर दिया गया था। अब इस मामले में एक पूर्व स्टार ने शिकायत की है कि पूर्व कोच और टीम की सहायक कोच ने उन्हें दो बार थप्पड़ जड़ा था।
यही नहीं, उनका मजाक बनाया और परेशान किया जाता था। उन पर लेस्बियन (समलैंगिक रिश्ते में होने) होने के आरोप भी लगाए गए। वर्तमान में राष्ट्रीय चैंपियन और अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता अंडमान की डेबोरा हेरोल्ड ने हाल में एक english अखबार से बातचीत में कुछ ऐसी बाते बतायी है जिससे इस कोच और मुश्किलें बढ़ गई है।
उन्होंने बताया कि उनको टीम से बाहर इसलिए कर दिया गया था क्योंकि आरके शर्मा की सहायक गौतमानी देवी सोचती थीं कि वह (डेबोरा हेरोल्ड) एक अन्य महिला साइकिल चालक के साथ रिश्ते में हैं। हालांकि, ऐसा नहीं हैं कि सिर्फ हेरोल्ड ही हैं, जो आरके शर्मा के खिलाफ नए आरोप लेकर सामने आईं हैं।
बता दें कि डेबोरा हेरोल्ड देश की जानी मानी खिलाड़ी है और वो साल 2012 से भारतीय टीम का हिस्सा रही हैं। इसके आलावा 2014 से आरके शर्मा से ट्रेनिंग ले रही थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें 200 मीटर स्प्रिंट और 500 मीटर टाइम ट्रायल इवेंट में देश की सबसे तेज साइकिल चालक होने के बावजूद 2018 से 2019 राष्ट्रीय चैंपियनशिप तक टीम से निकाल दियाग गया था।
साई ने एक बयान में कहा
दूसरी ओर इस मामले में साई ने कहा है कि आरोप लगाने वाली महिला साइकिल चालक वापस देश आ गई वहीं जबकि पांच पुरुष साइकिल चालक और कोच शर्मा सहित दल के बाकी लोग भी लौट आए है। साई ने आगे बताया कि ‘राष्ट्रीय स्तर की साइकिलिस्ट ने शनिवार को राष्ट्रीय कोच के खिलाफ स्लोवेनिया दौरे पर अनुचित बर्ताव के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है।’