पॉलिटिकल डेस्क।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बंगाल के बालूरघाट, बिहार के अररिया और उत्तर प्रदेश के एटा में जनसभाएं कीं। एटा में भाजपा उम्मीदवार राजवीर सिंह के लिए प्रचार करने आए पीएम मोदी ने सपा-बसपा गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता खोखली दोस्ती करने वालों का सच जानती है और इन दोनों की दोस्ती टूटने की तारीख 23 मई तय हो चुकी है।
मोदी ने कहा कि ”खोखली दोस्ती करने वालों का सच आप अच्छी तरह जानते हैं। एक दोस्ती तब हुई थी जब यूपी विधानसभा चुनाव चल रहे थे, चुनाव खत्म हुआ तो दोस्ती खत्म होकर दुश्मनी में बदल गई। एक और दोस्ती हुई है, उसके टूटने की तारीख भी तय है। यह फर्जी दोस्ती 23 मई को टूट जाएगी।” उन्होंने कहा ”उस दिन बुआ और बबुआ….। ये दोनों अपनी दुश्मनी का पार्ट टू शुरू कर देंगे। एक दूसरे को तबाह करने की धमकियां देने लगेंगे।”
अत्याचार करने वालों के लिए वोट मांग रही हैं मायावती
नरेंद्र मोदी ने बसपा प्रमुख मायावती पर तंज कसते हुए कहा कि दलितों पर अत्याचार कौन करता था, मैं ये पूछ लूंगा तो बहन मायावती जी के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगी। उन्हें अपने ‘कठिन फैसले’ की फिर याद आ जाएगी। आखिर आज वोट भी तो उन्हीं अत्याचार करने वालों के लिए मांग रही हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सपा के शासनकाल में बहन-बेटियों का स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया था। यह पूरे देश ने देखा है। वाकई बहनजी आपका फैसला बहुत कठिन है, आपको ऐसे लोगों के लिए वोट मांगना पड़ा है। बता दें कि शुक्रवार को मैनपुरी में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समर्थन में आयोजित रैली में मायावती ने गेस्ट हाउस कांड को याद करते हुए कहा था कि पार्टी के मूवमेंट के लिए कभी-कभी हमें कुछ कठिन फैसले लेने पड़ते हैं।
मोदी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में अखिलेश ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सूची केन्द्र को नहीं भेजी, क्योंकि वह तो खुद अपना बंगला सजाने में लगे थे। हां, सुना है कि उन्होंने टोटियां भी बड़ी शानदार लगवाई थीं। यूपी के ईमानदार करदाताओं की कमाई से चुन-चुनकर अपनी पसंदीदा टोटियां खरीदी गई थीं।