न्यूज डेस्क
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने दोनों देशों के संबंधों और क्षेत्रीय मसलों को लेकर ट्रंप से चर्चा की। पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से साफ कर दिया कि पाकिस्तान को आतंकवाद का रास्ता छोड़ना ही होगा। पीएम मोदी के फोन के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी डोनाल्ड ट्रंप से बात की।
The Prime Minister reiterated India’s commitment to cooperate with anyone who followed this path, in fighting poverty, illiteracy and disease.
— PMO India (@PMOIndia) August 19, 2019
सोमवार रात टेलिफोन पर हुई बातचीत के बाद ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी कॉल किया। इसकी जानकारी खुद ट्रंप ने ट्वीट करके दी है। ट्रंप के मुताबिक उन्होंने दोनों देशों को जम्मू-कश्मीर में तनाव कम करने की हिदायत दी है।
पिछले एक हफ्ते से कम समय में ये दूसरा मौका है, जब ट्रंप ने इमरान खान से बातचीत की है। ट्रंप ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैंने अपने दो अच्छे दोस्त भारत के प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से बात की है।
इन दोनों से व्यापार, सामरिक भागीदारी और सबसे अहम दोनों देशों को कहा है कि वो कश्मीर में तनाव कम करें। हालात मुश्किल हैं, लेकिन दोनों नेताओं से अच्छी बातचीत हुई है।’
ट्रंप का ट्वीट
Spoke to my two good friends, Prime Minister Modi of India, and Prime Minister Khan of Pakistan, regarding Trade, Strategic Partnerships and, most importantly, for India and Pakistan to work towards reducing tensions in Kashmir. A tough situation, but good conversations!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 19, 2019
सबसे पहले सोमवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भारत विरोधी बयानों का परोक्ष रूप से जिक्र किया। पीएम मोदी ने इस बातचीत में कहा कि भारत के खिलाफ हिंसा के लिए इस तरह भड़काना शांति के लिए ठीक नहीं है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक पीएम मोदी और ट्रंप के बीच 30 मिनट तक बातचीत चली जिस दौरान दोनों ने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। ये बातचीत काफी गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण तरीके से हुई जो दोनों नेताओं के बीच के संबंधों को जाहिर करती है। प्रधानमंत्री ने अपनी इस बातचीत में इसी साल जून में जापान के ओसाकामें हुए जी -20 शिखर सम्मेलन में हुई अपनी बैठक को भी याद किया।
बताते चले कि डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले जम्मू-कश्मीर के मसले में मध्यस्थता का ऑफर दे चुके हैं, लेकिन भारत ने किसी भी तरह के दखल से इनकार कर दिया था। हालांकि, बाद में अमेरिका ने इसे भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा बताया था।
गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार कश्मीर के मसले पर बौखलाया हुआ है और कई देशों से मदद मांग रहा है। लेकिन हर जगह उसे निराशा ही हाथ लग रही है, यही कारण रहा कि वह बार-बार अमेरिका या फिर चीन की शरण में पहुंच रहा है।
पाकिस्तान इससे पहले भारत के साथ राजनयिक संबंध तोड़ चुका है, समझौता एक्सप्रेस रोक दी है, बस सर्विस भी पाक ने रोक दी है। इतना ही नहीं पाकिस्तान इतना बौखलाया हुआ है कि भारतीय फिल्मों, विज्ञापनों पर भी रोक लगा रहा है।