नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 78 गाडिय़ों के काफिले पर गुरुवार दोपहर 3:15 बजे हुए आतंकियों के फिदायीन हमले में एक बस में सवार 42 जवान शहीद हो गए। इस घटना के बाद पूरे विश्व में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। वहीं भारत के लोगों में भी काफी गुस्सा देखा जा सकता है। आलम तो यह है कि इस घटना के बाद अब पाकिस्तान के खिलाफ कड़े एक्शन लेने के लिए मोदी सरकार पर दबाव बढ़ गया है।
PM MODI ने कहा
देश के कई राजनीतिक दलों ने इस घटना पर गहरा अफसोस जताया है। जम्मू कश्मीर में काफी तनाव देखा जा सकता है। इस पूरी घटना के बाद केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है। पीएम ने पाकिस्तान को चेता डाला है। उन्होंने कहा कि सेना को खुली छूट दे दी गई है। भारत हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को नहीं बख्शेगा। भारत लगातार इस बात को लेकर आवाज उठाता रहा है कि पाक अपनी जमीन से भारत के खिलाफ आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए लगा रहता है।
इतना ही नहीं भारत ने कई बार इसका सबूत पेश किया है। ताजा घटना के बाद मोदी सरकार इस बार पाकिस्तान को कड़े संदेश देने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने कहा कि इस हमले की वजह से देश में आक्रोश है और लोगों का खून खौल रहा है। यह देश भलीभांति समझ रहा है। इस समय देश के लिए कुछ कर गुजरने की भावनाएं भी स्वभाविक हैं। अब देखना होगा कि पीएम इस घटना के बाद पाकिस्तान के खिलाफ क्या कदम उठाते हैं।
आतंकियों को बड़ी कीमत चुकानी होगी: पीएम मोदी
उधर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले के मद्देनजर शुक्रवार को सुबह सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी (ष्टष्टस्) की बेहद अहम बैठक हुई। बैठक में पीएम मोदी और कैबिनेट मंत्रियों ने शहीद जवानों के लिए दो मिनट का मौन रखा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आतंकियों ने बहुत बड़ी गलती है और इसकी उन्हें बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी। पीएम ने इस मुद्दे की राजनीति नहीं करने की अपील की है और कहा है कि इस मुश्किल घड़ी का सामना पूरा देश एकजुट होकर करेगा।
शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम ने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरा देश एक साथ है। उन्होंने कहा कि राजनीति छोड़कर पूरा देश एकजुट होकर इस मुश्किल समय का सामना करेगा। उन्होंने कहा कि आतंकियों को अपनी इस गलती की बड़ी कीमत चुकानी होगी। प्रधानमंत्री के घर ये बैठक करीब 1 घंटे तक चली। इस बैठक में इस बैठक में गृह मंत्री, वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री शामिल हुए। साथ ही इस अहम बैठक में एनएसए और एनएससी के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया।