न्यूज़ डेस्क
असम के उदालगुड़ी में अंधविश्वास के चलते अपने 3 वर्ष के बच्चे की नरबलि देने की कोशिश मामले के लिए जिम्मेदार तांत्रिक को पुलिस ने सोमवार देर रात गिरफ्तार किया। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
उदालगुड़ी जिले के कलाईगांव थानांतर्गत गनकपाड़ा के कुलसीचक गांव यादव चंद्र सहरिया समेत उनके परिवार एवं रिश्तेदार समेत कुल 8 लोगों ने नग्न होकर एक 3 वर्षीय बच्चे की घर में बने शिव मंदिर में नरबलि देने की कोशिश की थी। हालांकि गांववालों और पुलिस के प्रयास से बच्चे को बचा लिया गया।
इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना के लिए जिम्मेदार तांत्रिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना के दौरान सभी आठ लोग नग्न होकर घर में पूजा के नाम पर पूरे घर में तोड़फोड़, आग लगाने, अपनी बुलेट बाइक, कार तथा घर से सभी कपड़े को आग लगा दिया था।
घटना को रोकने गई पुलिस और स्थानीय लोगों पर भी उन आठ लोगों ने पत्थरबाजी की। बाद में मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने तीन लोगों को पैर में गोली मारकर मामले पर पकड़ा। इलाज के दौरान पुलकेश सहरिया की मौत हो गई। गिरफ्तार तांत्रिक की पहचान रमेश सहरिया के रूप में हुई है।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर तांत्रिक को सोमवार देर रात तक दरंग जिले के कुरुवा से दरंग पुलिस ने गिरफ्तार किया। घटना के बाद से ही तांत्रिक फरार था। पुलिस ने तांत्रिक रमेश सहरिया, घर के मालिक एवं विज्ञान के शिक्षक यादव चंद्र सहरिया, शिक्षक के पुत्र पुलकेश सहरिया (मौत हो चुकी है), यादव के रिश्तेदार जुमन कलिता के विरूद्ध कलाईगांव थाने में प्राथमिकी दर्ज किया था।
तांत्रिक से टंगला थाने में उदालगुड़ी जिला के पुलिस अधीक्षक लंगनित तेरन पूछताछ कर रहे हैं। तांत्रिक के पकड़े जाने के बाद स्थानीय लोगों ने थाने का घेराव कर तांत्रिक को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।