जुबिली स्पेशल डेस्क
कोलकाता। नारदा केस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ सकती है। एक न्यूज एजेंसी की माने तो नारदा स्टिंग टेप मामले को कलकत्ता उच्च न्यायालय के समक्ष राज्य से स्थानांतरित करने की मांग करने वाली सीबीआई द्वारा दायर एक याचिका में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कानून मंत्री मोलोय घटक को पक्षकार बनाया गया है।
CBI ने अपनी याचिका में TMC सुप्रीमो का भी लिया नाम
सीबीआई ने अब कथित घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी के खिलाफ एक याचिका दायर की है। सीबीआई ने 123 पन्नों की याचिका में ममता के करीबी सहयोगी और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी को राज्य के मंत्री मलय घटक के साथ शामिल किया है।
सीबीआई ने मामले में सीएम बनर्जी की तरफ से गलत व्यवहार किए जाने की बात कही है। साथ ही जांच एजेंसी ने पूरे मामले को हाईकोर्ट में ट्रांसफर किए जाने की मांग की है।
उधर नारदा केस में शुभेंदु अधिकारी मुकुल रॉय , काकोली घोष दस्तीदार और सौगत रॉय के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है। इस पर सीबीआई ने सफाई पेश की है।
दरअसल सीबीआई की तरफ से दायर की गई चार्जशीट में बताया गया है कि उन्हें इन चारों राजनेताओं के खिलाफ एक्शन लेने के लिए जरूरी अनुमति नहीं मिली थी।
ये भी पढ़े: चक्रवात तौकते : मुंबई में टूटा 21 साल का बारिश का रिकॉर्ड
ये भी पढ़े: केजरीवाल के ट्वीट पर सिंगापुर ने क्या कहा?
बता दें कि नारदा स्टिंग केस में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के 2 मंत्रियों समेत टीएमसी के गिरफ्तार चार नेताओं को कोलकाता हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली थी और इन्हें कोर्ट से बड़ा झटका लगा था।
दरअसल कोलकाता हाईकोर्ट ने फिरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी समेत चार नेताओं के जमानत आदेश पर लगाई रोक लगा दी थी। इसके साथ अब ये चारों न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए थे।
ये भी पढ़े: जानिए कब तक रहेगी दूसरे राज्यों के बीच बस सेंवाओं पर रोक
ये भी पढ़े: कोरोना के इलाज में अब नहीं इस्तेमाल होगी प्लाज्मा थेरेपी
सीबीआई स्पेशल कोर्ट की तरफ से दी गई जमानत पर कोलकाता हाईकोर्ट ने सोमवार की रात सुनवाई करते हुए रोक लगा दी थी।