जुबिली न्यूज़ डेस्क
व्यक्ति में किसी भी कार्य को करने का जज्बा होना चाहिये बस , फिर संसाधनो के अभाव में भी प्रतिभा निखर ही जाती है। बस फिर तलाश होती है एक सटीक मौके की फिर जीवन के उम्र के किसी भी पायदान आप अपने हुनर का प्रदर्शन कर कर सकते है, ऐसे ही प्रतिभावान खिलेडियो को उनके हुनर को निखारने के लिए कोरोना काल मे सोमवार को इंटरनेशनल नानचाकू फेडरेशन द्वारा ऑनलाइन राष्ट्रीय “नानचाकू प्रतियोगिता इंडिपेंडेंस मास्टर कप” का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे देशभर से प्रतियोगियो में 6 वर्ष से लेकर 45 वर्ष तक के खिलाड़ियों और मास्टर ने प्रतियोगिता में अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया।
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यह जानकारी इंटरनेशनल नानचाकू फेडरेशन के महासचिव बाबुल वर्मा ने दी उन्होंने बताया कि इंडिपेंडेंस मास्टर कप को कराने का उद्देश्य महज किसी भी उम्र के प्रतिभावान खिलाड़ियों की दबी प्रतिभा को निखारना था। एक दिवसीय उंक्त प्रत्तियोगिता 3 राउंड में बालक व बालिका वर्ग की 2 कैटेगरी रक्खी गयी थी । जिनमे 500 से अधिक खिलेडियो ने प्रतिभाग किया ।
उक्त ऑनलाइन”नानचाकू इंडिपेंडेंस मास्टर कप” में बालक वर्ग स्वर्ण पदक जीतने वाले प्रतिभगियों में- विवेक दिवाकर आनव अग्रवाल, एस ईश्वर आनंद, अथर्व वीर, आनंद तिवारी, अमोक शुक्ला, प्रिंस प्रवीण, तनुज अरोरा, कुलदीप वर्मा, हिमांशु कुमार, आनंद कुमार, गोपाल सुब्बा, भूषण झा, देवी दयाल पिलैलिलराज वर्मा रहे। वहीं बालिका वर्ग स्वर्ण पदक जीतने वाले प्रतिभगियों में – सृष्टि पाल, लक्ष्मी पाल, शैल शर्मा, कशिश सिंह, प्रियंका वर्मा,आस्था शाक्य, पलक दिवाकर, चैतराश्री एस, मानस्विनी सुनार, सरिता कुमारी आदि ने पदक पर अपना कब्जा जमाया।
इस अवसर पर एसोसिएशन के जगदीश नारायण, सुनील श्रीवास्तव, धर्मेंद्र कुमार, मनोज शर्मा, सीमा वर्मा जी अमन वर्मा आदि मौजूद रहे।
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