जुबिली स्पेशल डेस्क
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता की सरकार बन चुकी है लेकिन अब उन नेताओं को अफसोस हो रहा है जिन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए थे।
आलम तो यह है कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार और ममता बनर्जी के तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद ये नेता दोबारा तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की कोशिशों में लग गए है।
एक दिन पहले ममता बनर्जी की पूर्व सहयोगी सोनाली गुहा ने तृणमूल कांग्रेस में लौटने का इरादा जताया था। अब इसी कड़ी में सरला मुर्मू का नाम भी जुड़ गया है।
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विधान सभा चुनाव से पूर्व मुर्मू ने तृणमूल कांग्रेस से किनारा कर लिया था और इसका कारण था कि उन्हें पार्टी ने जहां से टिकट दिया था वह उससे खुश नहीं थीं। अब उन्होंने तृणमूल में लौटने की इच्छा जाहिर की है।
अब बीजेपी शामिल होना बड़ी गलती करार दिया है और दोबारा ममता के साथ आना चाहती है। मुर्मू ने कहा कि वह चाहती हैं कि ममता बनर्जी उन्हें माफ कर दें।
मुर्मू ने माल्दा में एक बयान में कहा है कि यदि वह मुझे स्वीकार कर लेती हैं तो मैं उनके साथ रहूंगी और पार्टी के लिए खूब मेहनत करूंगी।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव खत्म हुए काफी समय हो गया है। इतना ही नहीं ममता बनर्जी तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बन गई है लेकिन चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने ममता का साथ छोड़ बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया था।
तब कहा जा रहा था कि इन नेताओं के जाने से तृणमूल कांग्रेस (TMC) कमजोर होगी और चुनावी दंगल में इसका असर पड़ेगा। हालांकि तृणमूल कांग्रेस पर इन नेताओं के जाने से कोई खास फर्क नहीं पड़ा और दोबारा सत्ता में आसानी से लौटी है।
हालांकि अब उन नेताओं को पछतावा हो रहा है जिन्होंने उस वक्त बीजेपी का दामन थामा था। दरअसल तृणमूल कांग्रेस का दामन छोडक़र बीजेपी में शामिल हुईं पूर्व विधायक सोनाली गुहा को अपनी गलती का एहसास अब हुआ है और अब दोबारा तृणमूल कांग्रेस में शामिल होना चाहती है।