न्यूज़ डेस्क
लुधियाना। पंजाब के लुधियाना के गुरमेल नगर में प्रतिमा सुसाइड मामला हत्या का निकला है। पुलिस जांच में सामने आ चुका है कि आरोपी उपिंद्र वर्मा उर्फ लाला ने दुष्कर्म से नाकाम रहने के बाद प्रतिमा का कत्ल किया था। कत्ल की वारदात को उसने मृतका की 10 साल की बेटी के सामने ही अंजाम दिया था।
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जब वारदात हुई उस समय महिला के तीनों बच्चे घर पर थे, लेकिन उसके चीखने- चिल्लाने पर सबसे बड़ी बेटी कमरे में आई। जहां आरोपी उपिंद्र वर्मा उसकी मां का चुन्नी से गला घोंट रहा था। पहले तो डरी- सहमी बच्ची ने कुछ नहीं बताया, मगर बाद में बच्ची ने पिता के आगे सारी बात रख दी। हालांकि बच्चे अभी भी सहमे हुए हैं।
थाना डाबा की पुलिस बच्ची से पूछताछ कर रही है। उधर पुलिस ने आरोपी उपिंद्र वर्मा उर्फ लाला को अदालत में पेश किया। जहां आरोपी को पूछताछ के लिए 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
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पुलिस का कहना है कि पहले कई साल संजीव व उपिंद्र का परिवार शिमलापुरी स्थित एक वेहड़े में इकट्ठा ही रहता था, इसलिए उनका आपस में मेल-जोल था। इसके बाद संजीव ने गुरमेल नगर में अपना छोटा सा मकान बना लिया था और अपना परिवार लेकर वहां रहने लगा। इसके अलावा उपिंद्र भी अलग कहीं अपने परिवार के साथ रहने लग गया था।
पुलिस का कहना है कि उपिंद्र हौजिरी में काम करता है। उसका काम काफी अच्छा था, इसलिए संजीव ने उपिंद्र से एक साल पहले करीब 2 लाख रुपए लिए थे, जो उसने वापस नहीं किए।
रविवार को उपिंद्र अपने पैसे लेने के लिए संजीव के घर गया था। जहां संजीव उसकी पत्नी प्रतिमा और बच्चे घर पर थे। उस वक्त उपिंद्र ने कोई बात नहीं की। संजीव ने फैक्टरी जाना था, इसलिए वह घर से निकल गया। उसके जाने के बाद उपिंद्र ने अपने पैसे मांगे, तो प्रतिमा ने उसे संजीव से बात करने के लिए कह दिया था।
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इसके अलावा उसकी प्रतिमा पर गलत नजर भी थी, इसलिए उसके घर पर अकेले होने के कारण उसे मौका मिल गया था। उस दौरान उसे प्रतिमा के साथ जबरदस्ती संबंध बनाने का प्रयास किया, मगर जब विरोध कर वह चीखने-चिल्लाने लगी तो घबरा कर उपिंद्र ने उसकी चुन्नी से ही गला घोंट दिया।
घबरा कर ले गया अस्पताल, वहां एडमिट करवा भागा
पुलिस का कहना है कि जब प्रतिमा बेसुध हो गई तो उपिंद्र घबरा गया। वह उसे नजदीक स्थित सुरक्षा अस्पताल ले गया। जहां डाक्टरों ने उपिंद्र से पूछताछ करनी शुरू कर दी तो उपिंद्र बाद में प्रतिमा को वहां से एसपीएस अस्पताल ले गया।
वहां जाकर उसने संजीव को कॉल कर कहा कि उसकी पत्नी ने फंदा लगा लिया है, जो अस्पताल में है। इतना कहने के बाद वह मौके से भाग गया था। जब संजीव अस्पताल पहुंचा तो उसे पता चला कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है। फिर उसने पुलिस को बताया।