जुबिली स्पेशल डेस्क
कामयाबी के बाद बदनामी शायद यही कहानी है देश के जाने-माने पहलवान और ओलम्पिक पदक विजेता सुशील कुमार की। सुशील कुमार ने भारत को कई मौकों पर गौरवन्वित पल दिए है। आलम तो यह है कि ओलम्पिक में दो पदक जीतने वाले सुशील कुमार को कई पहलवान अपना रोल मॉडल मानते हैं।
तो फिर खत्म होगा सुशील का करियर
अगर कहा जाये कि बरसों कड़ी मेहनत के बाद सुशील कुमार जैसे पहलवान तैयार होते हैं तो गलत नहीं होगा \लेकिन वहीं सुशील कुमार अब दूसरे रास्ते पर चल पड़े हैं और शायद ये रास्ता उनके करियर का दुखत अंत भी साबित हो सकता है।
ओलम्पिक में एक नहीं दो बार जीता है पदक
सुशील कुमार अकेले ऐसे पहलवान है जिन्होंने ओलंपिक में दो बार पदक जीते हैं। सुशील ने पहले कांस्य और फिर दूसरे ओलंपिक में रजत पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया है। दरअसल सुशील कुमार दंगल के लिए नहीं बल्कि अब एक हत्या के आरोप में पूरी तरह से फंस चुके हैं।
पहलवान सागर धनखड़े की हत्या में क्या है सुशील का हाथ
रोहतक के पहलवान सागर धनखड़े की हत्या में उनका हाथ होने की बात कही जा रही है। जब से ये मामला प्रकाश में आया है तब से पूरा हरियाणा में सुशील कुमार को लेकर चर्चा है और लोग विश्वास नहीं कर पा रहे हैं उनके चहेते सुशील कुमार पर हत्या का आरोप लगा है।
सुशील और पुलिस में जारी है आंखमिचौली का खेल
जब से सुशील कुमार का नाम इस पूरे प्रकरण में सामने आया है तब से सुशील कुमार और दिल्ली पुलिस के बीच आंख-मिचौली का खेल भी जारी है। पुलिस ने उनके बारे में जानकारी देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की बात कही है।
यहां छुपा हो सकता है सुशील कुमार
जानकारी के मुताबिक पांच मई से सुशील कुमार गायब हो गए है और पुलिस को अब भी उनकी तलाश है। बताया जा रहा है कि सुशील कुमार दिल्ली, यूपी, हरियाण जैसे राज्यों में छिप गए है।
यह भी रोचक बात है कि रोहतक के पहलवान सागर धनखड़े खुद सुशील कुमार को अपना आदर्श मानते थे लेकिन अब वहीं सुशील कुमार उनकी मौत के लिए जिम्मेदार बताये जा रहे हैं।
शुरुआत में सुशील कुमार ने इस पूरे प्रकरण से कन्नी काटी और कहा था कि उनका इसमें कोई हाथ नहीं है लेकिन दिल्ली पुलिस ने जब जांच की तो सुशील कुमार फौरन फरार हो गए और अब तक गायब है।
पुलिस के पास उस वारदात का वीडियो भी है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग सागर और उसके साथियों को बुरी तरह मार रहे हैं और वहां सुशील कुमार भी मौजूद है।
बताया जा रहा है कि सागर और उसके साथियों ने फ्लैट खाली नहीं कर रहे थे और इस वजह से सुशील कुमार काफी नाराज थे और एक दिन मामला ज्यादा बढ़ गया और सागर सहित चारों युवकों को साथ लेकर छत्रसाल स्टेडियम ले जाकर इतना पीटा कि उसमें सागर की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, घटना रात में 1.15 से 1.30 के बीच स्टेडियम के पार्किंग एरिया में हुई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, तो वहां तो वहां 5 गाड़ियां खड़ी मिलीं।
इसमें सागर धनखड़ (23), सोनू महाल (37) और अमित कुमार (27) और दो अन्य पहलवान घायल हुए। इलाज के दौरान सागर की मौत हो गई।
सागर पूर्व जूनियर नेशनल चैंपियन और दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल का बेटा था। वहीं सोनू महाल गैंगस्टर काला जत्थेदी का सहयोगी है। उसे पहले एक लूट और हत्या मामले में गिरफ्तार किया गया था।
पहली बार नहीं फंसे है विवादों में
दिसम्बर 2017 में सुशील कुमार और रेसलर प्रवीण राणा के समर्थकों के बीच में भी मारपीट की खबर सामने आ चुकी है। ट्रायल के दौरान दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी।
इसके बाद साल 2016 में ओलम्पिक का टिकट को लेकर नरसिंह यादव से उनका विवाद हो गया था। आलम तो यह रहा कि सुशील कुमार नरसिंह यादव को सुप्रीम कोर्ट में घसीट लिया था। हालांकि बाद में नरसिंह यादव ओलम्पिक तक नहीं पहुंच सके थे क्योंकि डोप टेस्ट में फेल हो गए थे और बाद में इसको लेकर कई काफी विवाद हुआ था।
आखिर कैसे सुशील फंस गए
देश के एक बड़े अखबार में सुशील कुमार को लेकर बड़ा खुलासा देखने को मिला है। दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्र कहते हैं कि सुशील गलत रास्ते में चल रहे हैं। दरअसल सुशील कुमार अब खेल के बजाये दूसरे खेल पर उनकी ज्यादा नजर है।
कहने का मतलब यह है कि सुशील अब हरियाणा के गैंगस्टरों के साथ मिलकर विवादित मकानों, संपत्तियों पर कब्जा कर पैसा बनाने में लगे हुए है लेकिन अब भी बड़ा सवाल है कि इतना बड़ा खिलाड़ी और जिसके पास पैसा शोहरत सबकुछ होने के बावजूद उसने क्यों अपना रास्ता बदल लिया।
सुशील कुमार के करियर पर एक नजर
- 2014 स्वर्ण, कॉमनवेल्थ गेम्स
- 2012 रजत, लंदन ओलिंपिक
- 2010 स्वर्ण, कॉमनवेल्थ गेम्स
- 2010 स्वर्ण, विश्व कुश्ती चैंपियनशिप
- 2009 स्वर्ण, जर्मन ग्रां प्री
- 2008 कांस्य, बीजिंग ओलम्पिक्स
- 2008 कांस्य, एशियन कुश्ती चैंपियनशिप
- 2007 स्वर्ण, राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप
- 2005 स्वर्ण, राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप
- 2003 स्वर्ण, राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप
- 2003 कांस्य, एशियन कुश्ती चैंपियनशिप