स्पेशल डेस्क
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में योगी सरकार लगातार फेरबदल कर रही है। योगी सूबे में कानून का राज स्थापित करने के लिए शासन स्तर पर भी लगातार बदलाव कर रहे हैं लेकिन उन्होंने कैबिनेट विस्तार कर सपा को परेशानी में डाल दिया है। दरअसल योगी ने बड़ी चालाकी से कैबिनेट विस्तार के सहारे अखिलेश को एक और दर्द दे दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया और इसी के सहारे उन्होंने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। योगी ने जिन लोगों को अपने कुनबे में शामिल किया है वह सभी सपा के गढ़ से संबंध रखते हैं।
इसके साथ योगी सपा के वोट बैंक में सेंधमारी कर दी है। उन्होंने इटावा, मैनपुरी, औरैया और कानपुर जैसे शहरों से मंत्री बनाकर सपा के वोट बैंक पर कब्जा जमाने की कोशिश की है। इतना ही नहीं योगी ने सुहैलदेव की छुट्टीकर दी और अनिल राजभर का कद बढ़ाकर भी राजभर के वोट बैंक पर अपना हक जमाने की पहल भी कर डाली है। इसके साथ ही योगी ने इस कदम से पहले से परेशान चल रही सपा के लिए नई परेशानी फिर सामने आ गई है। योगी ने यादव वोट बैंक की सियासत पर चोट करते हुए मंत्रिमंडल में खासतौर पर ऐसे लोगों को जगह दी है।
गौरतलब हो कि यादव वोट बैंक सपा का हुआ करता है। बदायूं मुलायम परिवार का गढ़ हुआ करता है ऐसे में अभेद गढ़ बदायूं में मुलायम के भतीजे की हार हो चुकी थी। इस जगह पर भाजपा ने यहां के पार्टी विधायक महेश चंद्र गुप्ता (नगर विकास राज्यमंत्री) को मंत्रिमंडल में जगह देखकर मुलायम परिवार को झटका दिया है। भाजपा ओबीसी बाहुल्य इलाकों में अपना दबदबा कायम करना चाहती है। इसी के तहत औरया की दीबियापुर से विधायक लाखन सिंह राजपूत (कृषि राज्यमंत्री) को अपनी कैबिनेट में जगह दी है।