जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में सज़ा काट रहे माफ़िया डॉन मुख़्तार अंसारी का गुरुवार शाम निधन हो गया. बांदा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सुनील कौशल ने बताया कि अंसारी की मौत कार्डियेक अरेस्ट की वजह से हुई. उनके बेटे उमर अंसारी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने उनकी मौत की परिस्थितियों पर सवाल उठाए हैं.
उमर अंसारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “माननीय न्यायालय के समक्ष पिताजी ने लिखकर दिया कि उन्हें खाने में जहर मिलाया गया… क्या हो गया. तबीयत बिगड़ी, आईसीयू लाए गए बीमार थे. 12 घंटे के अंदर इतना प्रेशर बढ़ा कि डॉक्टर स्वतंत्र रूप से जांच भी नहीं कर पाए.
स्लो प्वाइजन दिया जा रहा था
आईसीयू से आप लोगों ने कभी नहीं सुना होगा कि आईसीयू से इंसान तन्हाई बैरिक जेल में गया. और उसका आलम है कि हार्ट अटैक हुआ उनको. बाकी बातें तो आप लोगों के सामने है.” उमर अंसारी ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें बताया था कि उनको स्लो प्वाइजन दिया जा रहा था. लेकिन कहां सुनवाई हुई.
कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपुत ने इस पर कहा
कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपुत ने इस पर कहा, ” जिस तरह से कुछ दिन पहले मुख़्तार अंसारी ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है. आज उनकी मौत हो गई और वो बात पुष्टि होती दिखाई पड़ रही है. प्रशासन निर्लज्ज तरीके से कह रहा है कि हार्ट अटैक से मौत हुई है और शासन प्रशासन ये मानने को तैयार नहीं है कि उनसे गंभीर चूक हो रही हैं.”
बीजेपी शासन करने में असक्षम है
“यूपी की जेलों में कभी मुन्ना बजरंगी को ठोक दिया जा रहा है, कभी खुले आम पुलिस की अभिरक्षा में बदमाशों को खुले आम गोली से मार दिया जाता है. कभी कचहरी में कत्ल हो रहे हैं और उत्तर प्रदेश की पुलिस और भारतीय जनता पार्टी का शासन पंगु है. इसकी क्या जांच नहीं होनी चाहिए? बीजेपी शासन करने में असक्षम है.”
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव
आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अंसारी के निधन पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, ” कुछ दिन पूर्व उन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है फिर भी गंभीरता से नहीं लिया गया. प्रथम दृष्टया ये न्यायोचित और मानवीय नहीं लगता. संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे विचित्र मामलों व घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए.” समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि अंसारी की जिन परिस्थितियों में मौत हुई वो चिंताजनक है.
ये भी पढ़ें-डॉन मुख़्तार अंसारी की मौत पर मायावती ने की ये मांग
उन्होंने कहा, ” पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वह अत्यधिक चिंताजनक है। उन्होंने न्यायालय में अर्ज़ी देकर पहले ही ज़हर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो न जेल में कोई सुरक्षित , न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में।प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों कोमुँह बंद रखने को विवश किया जा रहा है।क्या मुख़्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गयी अर्ज़ी के आधार पर कोई न्यायिक जाँच के आदेश करेगी यूपी सरकार?”