जुबिली न्यूज़ डेस्क
पंजाब जेल में बंद बाहुबली बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी को बांदा जेल लाने के लिए स्पेशल पुलिस टीम पंजाब के रोपड़ रवाना हो गई है। 30 पुलिसकर्मियों की स्पेशल टीम में एक सीओ, दो एसएचओ और 6 एसआई भी शामिल हैं। काफिले की सुरक्षा में पुलिस की 10 गाड़ियों समेत वज्र वाहन भी लगाया गया है। बताया जा रहा है कि प्रिजन वैन में मुख्तार अंसारी को रोपड़ से बांदा लाने की तैयारी है।
ADG LO UP Prashant kumar speaks to @ANINewsUP on Mafia Mukhtar Ansari’s transfer from Punjab to UP in compliance of the Honb’le Supreme court’s order.
All efforts will be made to expedite prosecution & trial in the under trial cases against #MuktarAnsari & ensure conviction ! pic.twitter.com/OunICKwrNK— UP POLICE (@Uppolice) April 5, 2021
इसके साथ ही एक बटैलियन पीएसी (50 पुलिसकर्मी) और ऐंबुलेंस के साथ मेडिकल टीम भी मुस्तैद रहेगी। मिशन मुख्तार में कोई चूक ना होने पाए इसके लिए पुलिस ने खास तैयारियां की हैं। सीसीटीवी से जेल के मेन गेट की निगरानी हो रही है। वहीं जेल स्टाफ को भी बिना जांच-पड़ताल किए एंट्री नहीं दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। बांदा जेल की बाउंड्री वॉल पर हर 10 से 15 फिट की दूरी पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जा रहा है।
बता दें कि 26 मार्च को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ ही तय हो गया था कि माफिया मुख्तार के अब पंजाब जेल में गिनती के दिन ही बचे हैं। मऊ से एलएलए मुख्तार अंसारी अभी रूपनगर जेल में कैद है, जिसे चित्रकूट धाम मंडल की स्पेशल पुलिस टीम को बाँदा जेल तक लाने की जिम्मेदारी दी गई है।
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने कहा, ‘‘मुख्तार के उत्तर प्रदेश की जेल में आने पर सुरक्षा की जिम्मेदारी न्यायपालिका और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की है। अदालत को उनके जीवन की रक्षा और उन्हें दी गई मेडिकल सुविधाओं की निगरानी करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी नागरिक के जीवन की सुरक्षा सरकार का फर्ज है। यह फर्ज दोगुना हो जाता है, जब वह कैदी न्यायिक अभिरक्षा में हो और चार गुना तब हो जाता है, जब राज्य सरकार याचिका दाखिल कर न्यायालय से गुजारिश करे कि मुकदमे की सुनवाई प्रभावित हो रही है।’’
ये भी पढ़ें: यूपी में बढ़े कोरोना केस, लखनऊ ने फिर सबको डराया
इस बीच पंजाब में पेशी के दौरान माफिया मुख्तार अंसारी की ओर से इस्तेमाल की जा रही ऐंबुलेंस का पता लगाने पहुंची पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि इस बीच सीओ हैदरगढ़ नवीन कुमार सिंह के नेतृत्व की टीम रविवार को पंजाब में ऐंबुलेंस और उसके चालक की पहचान में जुटी रही। टीम को लावारिस हालत में ऐंबुलेंस मिल गई है। उसको जल्दी ही बाराबंकी लाया जा सकता है।
पंजाब में मुख्तार ने जिस ऐंबुलेंस का इस्तेमाल किया, उसे बाराबंकी पुलिस ने बरामद कर लिया है। पंजाब पहुंची पुलिस टीम को ऐंबुलेंस लावारिस हालत में मिली, जबकि इसके ड्राइवर की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, बाराबंकी में पुलिस ने मुख्तार के चार करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पुलिस को शक है कि इन्हीं चारों ने फर्जी दस्तावेज से ऐंबुलेंस का बाराबंकी में रजिस्ट्रेशन करवाया। हालांकि मुख्तार के करीबी चारों लोगों को देर शाम छोड़ दिया गया। साथ ही उन लोगों को बिना सूचना के जिला ना छोड़ने की चेतावनी दी गई है। इस बीच पुलिस ने मऊ की डॉक्टर अलका राय से भी करीब दो घंटे पूछताछ की।
कोतवाली नगर पुलिस ने रविवार की सुबह सीओ सिटी सीमा यादव और इंस्पेक्टर पंकज सिंह के साथ ऐंबुलेंस का बाराबंकी में पंजीकरण करवाने में भूमिका निभाने के शक में शोएब अहमद किदवई बॉबी, सैयद फिरोज हसन, फारुख मुख्तार और कासिफ को घरों से उठा लिया। इनमें शोएब पहले से ही मुख्तार अंसारी के गैंग का शॉर्प शूटर है।
पुलिस को शक है कि इन लोगों ने ही मुख्तार अंसारी के कहने पर फर्जी वोटर आईडी तैयार कर ऐंबुलेंस का पंजीकरण करवाया है। इस दौरान पुलिस ने ऐंबुलेंस के पंजीकरण और फाइनैंस में दर्ज मोबाइल नंबरों के वास्तविक मालिकों की पहचान में जुटी रही। सोमवार को वह फाइनैंस कंपनी से किस्तों की अदायगी से जुड़े लोगों का पता लगाने का प्रयास करेगी।
रविवार को मऊ पहुंची बाराबंकी पुलिस ने भाजपा नेता डॉ. अलका राय के बलिया मोड़ स्थित श्याम संजीवन हॉस्पिटल पर करीब चार घंटे तक पूछताछ की। सुरक्षा कारणों से हॉस्पिटल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। पूछताछ के दौरान किसी को भी हॉस्पिटल परिसर में आने और बाहर जाने नहीं दिया गया। पुलिस टीम में बाराबंकी में दर्ज मुकदमे की विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह के साथ महिला पुलिसकर्मी समेत छह लोग शामिल रहे।
ये भी पढ़ें : कोरोना का शिकार हुई भूमि पेडनेकर, की लोगों से ये अपील
पूछताछ में डॉ राय ने साफ किया कि पंजीकरण के लिए लगाई गई उनकी वोटर आईडी फर्जी है। उन्होंने फर्जी वोटर आईडी पर लगी हॉस्टिपल के निदेशक की मुहर और दस्तखत को भी फर्जी बताया।
डॉ़ अलका राय ने कहा कि मुख्तार अंसारी और उनके लोगों ने ऐंबुलेंस की खरीद और बाराबंकी में पंजीकरण की साजिश रची है। वहीं, मुख्तार अंसारी के खिलाफ डॉ. अलका राय द्वारा दी गई तहरीर पर अब तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
बाराबंकी के एसपी यमुना प्रसाद का कहना है, ‘ऐंबुलेंस के फर्जी वोटर आईडी तैयार कर पंजीकरण में स्थानीय लोगों के शामिल होने की आशंका है। मुख्तार गैंग के करीबियों से पूछताछ की जा रही है। मऊ में नामजद डॉ़ अलका राय ने पूछताछ की गई है।’