जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश की प्रख्यात साहित्यकार, भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा का बुधवार को निधन हो गया है। 78 साल उम्र में उनका निधन हुआ है। उनके निधन की खबर से पीएम मोदी ने गहरा दुख व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी है। बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने भी दुख व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी है। मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं।
27 नवंबर, 1942 को बिहार के मुजफ्फरनगर में जन्मीं मृदुला सिन्हा राजनीति के साथ ही साहित्य की दुनिया में भी बड़ा नाम था। उन्होंने अपने जीवनकाल में 46 से ज्यादा किताबें लिखीं हैं।
विजयाराजे सिंधिया पर लिखी उनकी किताब एक थी रानी ऐसी भीÓ पर फिल्म भी बनी थी। उनके पति डॉ. रामकृपाल सिन्हा बिहार में कैबिनेट मंत्री और केंद्र सरकार में राज्य मंत्री रहे हैं।
वाजपेयी सरकार के दौरान मृदुला सिन्हा केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रहीं। बाद में उन्हें गोवा की राज्यपाल बनाया गया था। मृदुला सिन्हा ने लंबे समय तक पांचवां स्तंभ के नाम से पत्रिका भी निकाली। वे शुरू से जनसंघ से जुड़ी रहीं और भाजपा की प्रभावी नेता थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मृदुला सिन्हा जी हमेशा जनसेवा को लेकर अपने प्रयासों के लिए याद की जाएंगी। वो एक कुशल लेखक थीं, जिन्होंने संस्कृति के साथ-साथ साहित्य की दुनिया में भी बहुत बड़ा योगदान दिया है। उनके निधन से दुखी हूं।
उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुखद है।
उन्होंने जीवन पर्यंत राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया। वह एक निपुण लेखिका भी थीं, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।
Smt. Mridula Sinha Ji will be remembered for her efforts towards public service. She was also a proficient writer, making extensive contributions to the world of literature as well as culture. Anguished by her demise. Condolences to her family and admirers. Om Shanti. pic.twitter.com/EmYWcFEb5g
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2020
गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है। उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया। वह एक निपुण लेखिका भी थी, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शान्ति
— Amit Shah (@AmitShah) November 18, 2020