जुबिली न्यूज डेस्क
महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले धर्मगुरु कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी को लेकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार में ठन गई है।
धर्मगुरु की गिरफ्तारी पर जहां मध्य प्रदेश सरकार ने आपत्ति जताई है, तो वहीं छत्तीसगढ़ सरकार ने कहा है कि न्याय में देरी नहीं होनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने गुरुवार सुबह कालीचरण महाराज को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया था। अब एमपी सरकार ने धर्मगुरु की गिरफ्तारी के तरीके पर आपत्ति जताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की पुलिस को इसकी सूचना देनी चाहिए थी।
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मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा कि ये अंतरराज्यीय प्रोटोकॉल का उल्लंघन है और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए था।
Chhattisgarh’s Congress govt has violated the interstate protocols by arresting Kalicharan Maharaj without informing Madhya Pradesh police. MP DGP instructed to speak to Chhattisgarh DGP to register objection on the procedure of arrest& seek clarification: Madhya Pradesh govt
— ANI (@ANI) December 30, 2021
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “हमें छत्तीसगढ़ पुलिस के तरीके पर आपत्ति है। ये अंतरराज्यीय प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को इस प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं करना चाहिए था। संघीय मर्यादाएं इसकी बिल्कुल अनुमति नहीं देती हैं। उन्हें सूचना देनी चाहिए थी। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उनको नोटिस देकर भी बुला सकती थी।”
गृह मंत्री मिश्र ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को कहा है कि वो तत्काल छत्तीसगढ़ के डीजीपी से बात करके अपना विरोध दर्ज कराएंऔर स्पष्टीकरण भी लें।
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वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि न्याय में इतना विलंब नहीं होना चाहिए कि वो अन्याय लगने लगे।
सीएम ने ट्वीट कर लिखा है- बापू को गाली देकर, समाज मे विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे, तो उनका भ्रम है। उनके आका भी दोनों सुन लें। भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो भी कोशिश करेगा, न संविधान उसे बख्शेगा, न जनता उन्हें स्वीकार करेगी।
बापू को गाली देकर, समाज मे विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे, तो उनका भ्रम है।
उनके आका भी दोनों सुन लें..
भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो भी कोशिश करेगा… न संविधान उसे बख्शेगा, न जनता उन्हें स्वीकार करेगी।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 27, 2021
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को गाली दी थी, जिसके बाद काफी विवाद हुआ था।
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