जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने 13 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के एलान से पहले रविवार को गुपचुप तरीके से करीब 70 पीसीएस अफसरों के तबादले किए। इनमें ज्यादातर डिप्टी कलेक्टर हैं।
उपचुनाव वाले जिलों में थोक के भाव अफसर इधर से उधर किए गए हैं। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने इन तबादलों की सूची पब्लिक डोमेन में जारी नहीं की। तबादला आदेश सीधे जिलाधिकारियों व संबंधित अधिकारी को भेजे गए।
सूत्रों ने बताया कि पिछले दिनों 72 तहसीलदार डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदोन्नत हुए थे। संबंधित अधिकारियों को उन्हीं जिलों में एसडीएम के रूप में तैनात कर दिया गया था जहां वे तहसीलदार थे।
शासन ने अब इन प्रोन्नत डिप्टी कलेक्टर में एक जिले में तीन वर्ष से अधिक समय पूरा करने वाले अफसरों का दूसरे जिलों में तबादला कर दिया है। बड़ी संख्या में अधिकारी इस वजह से स्थानान्तरित हुए हैं। इसी तरह कई डिप्टी कलेक्टर्स को शिकायत के आधार पर हटाया गया है।
उपचुनाव से जुड़े कई जिलों में डिप्टी कलेक्टर शिकायत के आधार पर हटाए गए हैं। बड़े जिलों में जितनी तहसीलें हैं, एक से दो डिप्टी कलेक्टर अधिक देने का प्रयास किया गया है। कई डिप्टी कलेक्टर अपनी व्यक्तिगत समस्याओं की वजह से तबादलों की अर्जी लंबे समय से लगाए गए हुए थे। ऐसे अफसरों की भी सुनी गई है।