Tuesday - 29 October 2024 - 3:41 AM

महीने बीतने को लेकिन हत्या की गुत्थी न सुलझा पायी गाजीपुर पुलिस

न्यूज़ डेस्क

लखनऊ। जब हर तरफ खुशियों के दिये जल रहे थे तब एक परिवार पर आफत बन गिरा एक बम। जी हां इसे किसी बम से कम नहीं समझा जा सकता है जब किसी बेटी के परिवार को ये पता चले की उसकी बेटी दीपावली जैसे पर्व के दिन मौत हो गई हो।

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से कुछ ऐसा ही हुआ था। गाजीपुर के रौजा इलाके में आवास विकास कॉलोनी निवासी विवाहिता मनीषा राय की दीपावली के दिन मौत हो गई। मनीषा के परिजनों का आरोप है कि उनकी मौत स्वाभाविक नहीं है बल्कि हत्या है। फिलहाल इस मामले की पुलिस जांच कर रही है।

मनीषा के भाई अभिषेक आनंद का कहना है कि उनकी बहन के ससुराल वालों ने दहेज के लिए उसकी हत्या कर दिया। उन्होंने कहा कि अब तक मेरी बहन के हत्यारे खुलेआम घूम रहे है और पुलिस की जांच आगे ही नहीं बढ़ रही है।

मनीषा राय की दिवाली की रात हुई मौत की गुत्थी पुलिस सुलझाने में लगातार फेल साबित हुई है। पीडि़ता के परिजनों का कहना है कि हमने पुलिस को कई ऐसे साक्ष्य भी दिये है, जिससे ये साफ पता चलता है की कैसे उस पर दहेज के लिए दबाव बनाकर उसके साथ मार पीट की जाती थी, फिर भी अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।

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परिवार का आरोप है कि हत्या के बाद पुलिस ने पीड़ित पक्ष की हर बात को दरकिनार कर ससुराल पक्ष की ही सिर्फ सुनी है और हत्यारों का साथ दे रही है। परिवार का कहना है कि महीने बीतने को है और हत्यारे खुलेआम घूम रहे रहे, पुलिस की रजा के बिना ये कैसे मुमकिन है।

बिहार के रहने वाले स्व. अखिलेश राय ने अपनी बेटी की शादी रेवतीपुर निवासी अभिशेष राय पुत्र उमेश राय के साथ की गयी थी। इन दोनों की शादी 20 अप्रैल 2016 को धूम धाम से हुई थी। उनका एक 2 साल का बेटा भी है।

ये है पूरा मामला

पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक दिवाली के दिन गाजीपुर के रौजा इलाके में मनीषा को उनके ससुराल वालो ने मौत के घाट उतर दिया। घटना के बाद पूरा परिवार फरार हो गया। जब इसकी सुचना पुलिस को मिली तो शव को पुलिस ने कस्टडी में लिया था।

मृतका के भाई की तहरीर पर पुलिस दहेज़ हत्या का मामला भी दर्ज किया, लेकिन अफ़सोस की बात ये है कि अब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला, जिससे पूरा परिवार न केवल हताश है बल्कि न्याय के लिए पुलिस के दरवाजे पर बार- बार जाने के बाद भी अब तक जांच की आंच में मामला फसा हुआ है।

आखिर कब मिलेगा न्याय

पिछले एक महीने से परिवार न्याय के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है, लेकिन पीड़ित परिवार ने न्याय की आस नहीं छोड़ी है। वही गाजीपुर एसपी की माने तो उनका कहना है परिवार थोड़ा धैर्य रखे, पूरी कड़ी से कड़ी मिलायी जा रही है, पीड़ित पक्ष को न्याय मिलेगा, दोषियों को उनके कृत्य की सजा मिलेगी।

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