जुबिली न्यूज डेस्क
पटना. बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र आज से शुरू हो रहा है. इस बार का सत्र 5 दिनों का है, जो कि 14 जुलाई तक चलेगा. माना जा रहा है कि इस बार का मॉनसून सत्र बेहद हंगामेदार होने वाला है. वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों के बीच हो रहे सत्र कि शुरुआत में कई ऐसे मुद्दे रहेंगे जिसे लेकर सत्ताधारी दल और विरोधी दल आमने सामने होंगे.
बीजेपी ने तो पहले ही साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव उनके निशाने पर रहने वाले है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीबीआई द्वारा चार्जशीटेड किये जाने के कारण उनसे इस्तीफा या बर्खास्त करने की मांग को लेकर पहले दिन से हंगामा होने के पूरे आसार हैं.
सदन में खूब हंगामा होने के आसार
वहीं नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त सरकारी कर्मी का दर्जा देने और वेतनमान की मुख्य मांग को लेकर 11 जुलाई को शिक्षक संगठनों की ओर से प्रदशर्न के साथ-साथ, मंत्री विधायकों के आवास का घेरा डालो- डेरा डालो कार्यक्रम के दौरान भी सदन में खूब हंगामा होने के आसार हैं.
शिक्षकों की मांग को लेकर समर्थन
12 जुलाई को भाजपा ने शिक्षकों की मांग के समर्थन के साथ 10 लाख नौकरी एवं 10 लाख रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन का कार्यक्रम है. बता दें, शिक्षक अभ्यर्थी ने डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग लेकर अलग सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं.
हालांकि बिहार विधान सभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी और बिहार विधान परिषद सभापति देवेशचंद्र ठाकुर सदन को शांतिपूर्ण ढंग से चलाने में सभी दलो से सहयोग की अपेक्षा की है. वहीं विपक्ष सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोडने के मूड में है. अब विधानसभा में हम के नेता और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी सरकार का विरोध करते दिखेंगे.
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वामदल ही शिक्षक संगठनों का नेतृत्व करते हैं. वहीं शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव केके पाठक के विवाद को लेकर भी सदन में सरकार की फजीहत तय है क्योंकि इसी मुद्दे के बहाने आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है जिसे लेकर सियासत बेहद गर्म है. इस बार के मॉनसून सत्र में चालू वित्तीय वर्ष का अनुपूरक बजट पेश एवं पारित होगा.