प्रमुख संवाददाता
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोटा से लाकर क्वारंटीन किये गए विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की निगरानी सीएम हेल्पलाइन से किये जाने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि रमजान के मौके पर आवश्यक सामग्री की होम डिलीवरी की व्यवस्था करें ताकि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। साथ ही उन्होंने रोजेदारों से भी अपेक्षा की है कि वह सहरी व इफ्तार अपने घर पर ही करेंगे।
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अवस्थी ने बताया कि हॉटस्पॉट इलाकों के बाहर टेस्टिंग के लिए कहा गया है। पीपीई किट की सप्लाई चेन को किसी भी स्थिति में टूटने न देने और कोरोना मरीजों के इलाज के स्थान पर आक्सीजन रखना ज़रूरी करार दिया गया है।
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि सरकार लॉकडाउन का पालन कराने के हर संभव उपाय कर रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने एक जनपद से दूसरे जनपद और एक राज्य से दूसरे राज्य के आवागमन को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया है।
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यह आदेश इसलिए देना पड़ा क्योंकि झांसी और ललितपुर में तमाम लोग कंटेनरों में बैठकर सीमा पार करते हुए पकड़े गए। पुलिस ने पकड़े गए लोगों को क्वारंटीन में भेज दिया है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट आदेश है कि डॉक्टरों, आवश्यक वस्तुओं और मालवाहक वाहनों को ही निकलने दिया जाए।
प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में अब तक कोरोना के 1294 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 1134 मामले अभी भी एक्टिव हैं। 140 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के 53 जिले कोरोना से प्रभावित हैं। यूपी में कोरोना से प्रभावित होने वालों में आगरा में 6, मेरठ व मुरादाबाद में तीन-तीन, लखनऊ, कानपुर, फिरोजाबाद, बस्ती, वाराणसी और बुलंदशहर में एक-एक मरीज़ की मौत हो चुकी है।
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