जुबिली न्यूज डेस्क
पेट्रोल-डीजल की कीमतों से केंद्र सरकार ने भले ही थोड़ी सी राहत दी है, लेकिन अब भी पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत लोगों को परेशान कर रही है।
वहीं इस सबके बीच मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रावसाहब दानवे ने कहा है कि ईंधन के दाम अमेरिका में तय होते हैं और उनकी दरों में वृद्धि के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराना गलत है।
केंद्रीय मंत्री ने यह बात मध्य केंद्रीय मंत्री दानवे के औरंगाबाद में नये पार्टी कार्यालय के उद्घाटन कार्यकम में कही। इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।
केंद्रीय मंत्री दानवे कहा कि केंद्र ने तो इस माह के प्रारंभ में पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क घटा दिये, लेकिन ज्यादातर गैर भाजपा शासित राज्यों ने ग्राहकों को और राहत देने के लिए उनपर वैट में कटौती नहीं की।
रेल राज्य मंत्री दानवे ने रविवार रात को कहा कि देश में ईंधन के दाम घटते-बढ़ते रहते हैं, क्योंकि उनका संबंध अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की दरों से है।
उन्होंने कहा, ‘देश में ईंधन के दाम में वृद्धि के विरूद्ध विरोध मार्च निकाले जा रहे हैं, लेकिन ईंधन के दाम का संबंध वैश्विक (बाजार) स्थिति से है। एक दिन यह 35 पैसा बढ़ जाता है, तो अगले दिन यह एक रूपये गिर जाता है और फिर यह 50 पैसा चढ़ जाता है।’
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दानवे ने कहा, ‘ये दाम तो अमेरिका में तय होते हैं। इसलिए ईंधन के मूल्य में वृद्धि के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराना गलत है। केंद्र ने तो (दिवाली के मौके पर पेट्रोल एवं डीजल पर) अपने करों में कटौती की ,लेकिन कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दल शासित राज्य ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं। देश केंद्र सरकार के धन से चल रहा है। हमें यह लोगों को बताने की जरूरत है।’
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