सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लोकसभा चुनाव अब अंतिम दौर में पहुंच गया है। मोदी लगातार कांग्रेस को निशाने पर ले रहे हैं। मामला अब गांधी परिवार तक जा पहुंचा है। मोदी राहुल गांधी के बजाये उनके पिता राजीव गांधी पर अटैक कर रहे हैं तो सोमवार को मायावती ने भी मोदी पर निजी हमला किया है। दूसरी ओर राहुल गांधी भी मोदी सरकार पर तीखा हमला कर रहे हैं जबकि प्रियंका गांधी ने भी खुलकर मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
पिछले बार की तुलना मोदी की राह इस बार आसान नहीं होगी। 59 सीटों पर होने वाले मतदान पर अब सबकी नजरे जम गई है।
माना तो यह भी जा रहा है कि आखिरी चरण मोदी सरकार का भविष्य तय करेगी कि वह दोबारा सत्ता में आ रहे हैं या नहीं। 19 मई कोइस चरण में 59 सीटों पर वोटिंग से अगली सरकार का भविष्य तय हो सकता है। उनमें यूपी की 13, पंजाब की सभी 13, पश्चिम बंगाल की 9, बिहार की 8, मध्य प्रदेश की 8, हिमाचल प्रदेश की सभी 4, झारखंड की 3 और 1 सीट चंडीगढ़ की शामिल है।
इन राज्यों में एक समय बीजेपी का डंका बजता था लेकिन अब ऐसा नहीं हैं। यहां के कुछ राज्यों में कांग्रेस की सरकार बन चुकी है। ऐसे में मोदी के खिलाफ भी हवा चल सकती है। साल 2014 चुनाव में बीजेपी का कुनबा काफी बड़ा था।
पांच सालों में स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है
उसके पास कई अच्छे सहयोगी थे लेकिन इन पांच सालों में स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है। ममता ने उनका साथ छोड़ दिया है और अब वह सबसे बड़ी मोदी की विरोधी है। ऐसे में राजनीति के जानकार मान रहे हैं कि जिन राज्यों में अब कांग्रेस की सरकार है वहां पर मोदी को एंटी-इंकंबेंसी झेलनी पड़ सकती है।
बिहार में भी हालात मोदी के पक्ष में नहीं है।
वहां पर नीतीश के दोबारा मोदी के साथ होने से हवा उनके खिलाफ जाती दिख रही है। कुल मिलाकर कांग्रेस और बीजेपी में यहां की सीटों पर कांटे का मुकाबला देखने को मिल सकता है।