जुबिली न्यूज डेस्क
देश में दिन पर दिन संप्रादायिक हिंसा बढ़ता ही जा रहा है. नूंह हिंसा और रेलवे पुलिस फोर्स के जवान के चार लोगों को मारने की घटना ने देश को हिला कर रख दिया है. धर्म के नाम पर देश जल रहा है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. इसी कड़ी में दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुख़ारी ने कहा है कि देश में ‘नफ़रत की आंधी’ चल रही है.
उन्होंने शुक्रवार को कहा कि देश में जिस तरह से नफ़रत का माहौल बना रहा है उसमें प्रधानमंत्री को मुसलमानों के ‘मन की बात’ सुननी होगी.बुख़ारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत के मुसलमानों के दिल की बात सुननी चाहिए और मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों से मुलाक़ात करनी चाहिए.
जुमे की नमाज़ के दौरान दिए खुतबे में नूंह हिंसा और रेलवे पुलिस फोर्स के जवान के चार लोगों को मारने की घटना का ज़िक्र करते हुए इमाम बुखारी ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों से मुलाक़ात करनी चाहिए.
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मौजूदा हालात में मुसलमान परेशान
उन्होंने कहा, “देश के मौजूदा हालात ने मुझे इस बारे में बोलने के लिए मजबूर कर दिया है. मौजूदा हालात में मुसलमान परेशान हैं और अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.उन्होंने कहा, “एक ख़ास धर्म के लोगों को खुली चुनौती दी जा रही है. पंचायतें हो रही हैं जिनमें मुसलमानों का बहिष्कार करने और उनके साथ कारोबार ना करने का ऐलान किया जा रहा है. दुनिया में 57 इस्लामिक देश हैं जहां ग़ैर-मुसलमान रहते हैं और उनके रोज़गार को कोई ख़तरा नहीं है.