जुबिली स्पेशल डेस्क
कोलकाता। बीते कुछ दिनों से ममता सरकार का केंद्र के साथ टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। दरअसल विधान सभा चुनाव में ममता ने जीत की हैट्रिक लगायी थी लेकिन इसके बाद भी ममता सरकार और मोदी सरकार के बीच कई मौको पर टकराव देखने को मिल चुका है।
ताजा मामला है कि मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के तबादले का। दरअसल पीएम मोदी की चक्रवात यास से हुए नुकसान को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में सीएम ममता बनर्जी और यहां तक कि मुख्य सचिव समय पर नहीं पहुंचे थे। इसके बाद ममता सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई थी।
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हालांकि इस पूरे मामले में ममता ने सफाई दी थी लेकिन मामला तब और बढ़ गया जब केंद्र ने मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय दिल्ली तलब करते हुए 31 मई की सुबह 10 बजे से रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है।
अब खबर है कि बंगाल सरकार उन्हें रिलीव करने को तैयार नहीं है। इतना ही नहीं सूत्र बता रहे हैं कि फिलहाल मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय दिल्ली नहीं जा रहे हैं और वो नबान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व सोमवार को होने वाली अहम बैठक में मौजूद रहेगे।
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को ही केंद्र से तबादले का आदेश रद करने की मांग तक कर डाली थी।
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इसके साथ ही कल ममता ने कल कहा था कि लड़ाई मुझसे है, मेरे अधिकारियों से नहीं है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की ओर से केंद्र सरकार से निवेदन करते हुए कहा कि जितना संभव हो सके मेरे अधिकारियों के इन सबसे दूर रखा जाए और एक्सटेंशन दिया जाए। उन्होंने कहा कि तबादले के ऑर्डर को कैंसल किया जाए।