न्यूज डेस्क
देश के 13 ‘हाई प्रोफाइल’ लोगों को ‘जेड-प्लस’ सुरक्षा देने वाले एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी से हटाया जाएगा। केंद्र की मोदी सरकार ने वीआईपी सुरक्षा से एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) कवर हटाने का फैसला किया है।
आधिकारिक सूत्रों की माने तो करीब दो दशक बाद ऐसा होगा कि आतंकवाद निरोधी विशिष्ट बल के ‘ब्लैक कैट’ कमांडो को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी से हटाया जाएगा। बताया जा रहा है कि हाल ही में गांधी परिवार का एसपीजी कवर हटाने और वीआईपी सुरक्षा में काफी कटौती करने के बाद यह फैसला सामने आया है।
गौरतलब है कि एनएसजी का 1984 में गठन हुआ था तब इसके मूल काम में वीआईपी सुरक्षा शामिल नहीं था। एनएसजी फिलहाल ‘जेड-प्लस’ वाले 13 ‘हाई प्रोफाइल’ लोगों को वीआईपी सुरक्षा देता है। इस सुरक्षा घेरे में अत्याधुनिक हथियारों से लैस करीब दो दर्जन कमांडो हर वीआईपी के साथ होते हैं।
इनके पास है एनएसजी कवर
अधिकारियों ने बताया कि एनएसजी की सुरक्षा ड्यूटी को जल्द ही अर्धसैनिक बलों को सौंप दिया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भी एनएसजी कवर है।
इसके अलावा एनएसजी कवर पूर्व सीएम मायावती, मुलायम सिंह यादव, चंद्रबाबू नायडू, प्रकाश सिंह बादल, फारुक अब्दुल्ला, असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल, पूर्व उपप्रधानमंत्री एल के आडवाणी को भी मिला हुआ है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय का मानना है कि एनएसजी को अपना ध्यान मूल काम आतंकवाद रोकना, विमान अपहरण के खिलाफ अभियान पर केंद्रित करना चाहिए और वीआईपी सुरक्षा के काम की जिम्मेदारी उसकी सीमित व विशिष्ट क्षमताओं पर बोझ है। इस कदम के पीछे यही वजह है।
अधिकारियों ने कहा कि वीआईपी सुरक्षा से एनएसजी को हटाने से करीब 450 कमांडो मुक्त हो जाएंगे जिनका इस्तेमाल देश में बने इनके पांच ठिकानों में इनकी मौजूदगी को और मजबूत करने में किया जाएगा। जिस योजना पर काम किया जा रहा है उसके मुताबिक एनएसजी सुरक्षा प्राप्त वीआईपी लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को सौंपी जा सकती है जो पहले ही संयुक्त रूप से करीब 130 प्रमुख लोगों को सुरक्षा मुहैया कराती है।
सीआरपीएफ को हाल ही में पांच पूर्व एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों- पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, और उनके बच्चों प्रियंका और राहुल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा उसके पास लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की सुरक्षा का भी जिम्मा है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कुछ अन्य प्रमुख लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ के पास है।