जुबिली न्यूज़ डेस्क
मोदी सरकार टैक्स चोरों की पहचान करके उन पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वित्त मंत्रालय उन टैक्सपेयर्स पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है, जो जीएसटी रिफंड ज्यादा क्लेम करते हैं लेकिन इनकम टैक्स रिटर्न में कमाई कम दिखाते हैं।
सरकार की ओर से टैक्स चोरों की पहचान और उन पर मामला दर्ज करने के लिए विशेष प्रयास करने का निर्देश दिया गया है।
वित्त मंत्रालय ने इसको लेकर शुक्रवार को टैक्स अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की है। सूत्रों ने बताया कि राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे की अध्यक्षता में हुई बैठक में जीएसटी और आयकर विभाग के बीच जानकारी साझा करने पर विचार-विमर्श किया गया है।
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इसके तहत ऐसे टैक्सपेयर्स की जानकारी साझा की जाएगी, जिन्होंने ज्यादा इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) लिया है लेकिन इसकी जानकारी आयकर विभाग को दिए आयकर रिटर्न से मेल नहीं खाती है।
इसके साथ ही आयकर विभाग को जीएसटी से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी ताकि जीएसटी के तहत कम कारोबार या गलत तरीके से जीएसटी रिफंड दिखाकर व्यक्तिगत आय को छुपाने और टैक्स चोरी करने वालों की पहचान की जा सके।
सूत्रों के मुताबिक इसके लिए राजस्व विभाग की ओर IT को निर्देश दिए गए हैं। टैक्स चोरों की पहचान डेटा एनालिटिक्स के जरिए की जाएगी। इससे टैक्स कलेक्शन टारगेट हासिल करने में भी मदद मिलेगी।
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