जुबिली न्यूज़ डेस्क
कोरोना महामारी के चलते भारत समेत पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। इस महामारी ने एक ओर जहां कई उद्योग धंधों को चौपट कर दिया वहीं कई नए अवसर भी सामने आये हैं। यहां तक की लोगों के जीवन जीने के तरीके से लेकर काम करने के तरीके तक बहुत कुछ बदल गया है। अब जैसे-जैसे लॉकडाउन खुल रहा है वैसे वैसे सरकारें और व्यवसाई फिर से सबकुछ पटरी में लाने का प्रयास कर रहे हैं।
आपको बात दें कि आज पर्यटन दिवस है। हर साल 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। पर्यटन जीवन में खुशी, शांति एवं प्रसन्नता के पल जीवंत करने का माध्यम तो है ही साथ में इसका किसी भी देश के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण महत्व होता है।
कोरोना काल में जब लोग अपने घरों में कैद थे और सबकुछ बंद था तो सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला क्षेत्र पर्यटन ही था लेकिन एकबार फिर से पर्यटन में संभावनाएं नजर आ रही हैं।
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कुछ लोग तो इन संभावनाओं को देखते हुए योजनाएं भी बना चुके हैं लेकिन लगता है गिरती जीडीपी और बढ़ती बेरोजगारी को लेकर घिरी मोदी सरकार इस अवसर को नहीं देख पा रही। केंद्र सरकार की ओर से इस विषय में कोई खास तैयारी नजर नहीं आ रही। केंद्र सरकार ने अभी हाल में ऐसी कोई घोषणा नहीं की है जिससे यह लगे कि भविष्य में देश के भीतर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।
बता दें कि कुछ ही दिन पहले किए गए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है कि 71 प्रतिशत युवा अगले छह महीने के भीतर देश में यात्रा करने को तैयार हैं। यह सर्वेक्षण सितंबर में तीन सप्ताह के लिये किया गया और इसमें छह हजार से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया है।
हालांकि सर्वेक्षण में शामिल करीब 32 प्रतिशत ने कहा कि विशिष्ट गंतव्यों को लेकर भरोसेमंद यात्रा जानकारियों की कमी है। इनके अलावा 42 प्रतिशत युवाओं ने कहा कि भारत के अंदर छुट्टियों की योजना बनाने में सबसे बड़ी बाधा कोरोना वायरस महामारी से जुड़ी पाबंदियों के बारे में सूचनाओं का अभाव है।
छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग ने तैयार की पर्यटन नीति
छत्तीसगढ़ सरकार ने लोगों को गांवों के पर्यटन स्थलों तक लुभाने के लिए नीति बनाई है। सरकार के इस प्रयास से एक ओर जहां राज्य में पर्यटन से आर्थिक लाभ होगा वहीं युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग ने बताया कि इसे देखते हुए अब नए सिरे से प्रदेशभर के पर्यटन स्थल को विकसित करने के लिए पर्यटन नीति 2020 तैयार की गई है, जिसका अनुमोदन राज्य सरकार से प्राप्त हो चुका है।
सिरपुर को बुद्ध सर्किट के रूप में विकसित किए जाने के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है। इसमें भगवान बुद्ध से जुड़ी जानकारियां दी जाएंगी।
वहीं, राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना राम वन गमन पर्यटन परिपथ निर्माण के प्रथम चरण में नौ स्थलों का चयन किया गया है। वहीं, चार स्थलों की कार्य योजना तैयार कर भगवान राम के ननिहाल चंद्रखुरी में विकास कार्य शुरू हो चुके हैं। इसके आलावा होम स्टे और ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट को भी विकसित किया जा रहा है।
इतना ही नहीं नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी नई दिल्ली ने होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (आइएचएम) रायपुर को हाल ही में मान्यता प्रदान करते हुए डिग्री का एक और डिप्लोमा के तीन पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति दी है। इसके तहत एक अक्टूबर से अध्यापन कार्य शुरू करने की तैयारी पूरी है।
पर्यटन से युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिल रहे
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पर्यटन दिवस पर कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखंड सरकार ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं।
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उन्होंने कहा- चारधाम यात्रा को सुगम बनाने से लेकर 13 जनपदों में 13 नए पर्यटन स्थलों का विकास, औली में विश्वस्तरीय स्कीइंग ग्राउंड निर्माण के अलावा होम स्टे व पर्यटन की तमाम योजनाएं सफलता पूर्वक संचालित हो रही हैं। जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिल रहे हैं साथ ही स्थानीय उत्पादों को पहचान मिली है।
पर्यटन-उद्योग पर निर्भर है कई देशों की अर्थव्यवस्था
कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन-उद्योग के इर्द-गिर्द घूमती रही है। यूरोपीय देश, तटीय अफ्रीकी देश, पूर्वी एशियाई देश, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और भारत आदि ऐसे देश हैं जहां पर पर्यटन उद्योग से प्राप्त आय वहां की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करता है।
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