Saturday - 2 November 2024 - 12:19 PM

ट्रंप का समर्थन कर हिन्दू विरोधी कैसे हुए मोदी ?

जुबिली न्यूज़ डेस्क

अमेरिका के ह्यूस्टन में हुए ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम को भारत के सम्मान से जोड़ रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसे देश की विदेश नीति के खिलाफ बता रहे हैं। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक इस बात पर ही चर्चा हो रही है कि आखिर ‘हाउडी मोदी’ से किसे लाभ होगा भारत, नरेंद्र मोदी या फिर डॉनल्ड ट्रंप को ?

फ़िलहाल इस बहस के बीच एक और खबर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है कि, प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी अपने इस कार्यक्रम में ट्रम्प का समर्थन करके हिन्दू विरोधी हो गए हैं। दरअसल ऐसा इसलिए कहा जा रहा क्योंकि पीएम मोदी जब भाषण दे रहे थे तो उन्होंने इस बीच एक नारा लगाया- ‘अबकी बार, ट्रम्प सरकार’। पीएम मोदी के इस नारे की वजह से ही विपक्ष और कुछ ट्रोलर्स भड़के हुए हैं।

लोगों का कहना है कि पीएम मोदी ने ट्रम्प के समर्थन में प्रचार किया है, जबकि तुलसी गबार्ड ने साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का दावा किया है। 37 साल की गबार्ड डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद की दूसरी महिला दावेदार हैं। भारतीय मूल के अमेरिकियों के बीच बेहद लोकप्रिय तुलसी हिंदू भी हैं। ऐसे में पीएम मोदी का ट्रम्प को समर्थन करना गलत है।

हालांकि हम आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी ने कहा था कि, पहले भी मेरे दोस्त प्रेसिडेंट ट्रम्प के शब्द अबकी बार, ट्रम्प सरकार ने बहुत जोर और साफ़ हल्ला मचा दिया था।’

बता दें कि अमरीका में बसे हुए प्रवासी भारतीयों को साधने के 2016 के आम चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प ने 2014 में मोदी का कैम्पेन कॉपी किया था और खुद ही नारा दिया था– अबकी बार, ट्रम्प सरकार। जिसकी तारीफ नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में की है।

वहीं तुलसी गबार्ड ने पीएम का स्वागत किया था और ‘हाउडी मोदी’ में शामिल न हो पाने पर खेद जताया था।

कौन हैं तुलसी गबार्ड


तुलसी अमेरिका के समोआ के कैथोलिक परिवार में पैदा हुई थीं। उनकी मां कॉकेशियन हैं, जिन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया था। उस वक्त तुलसी सिर्फ दो साल की थीं, जब वो हवाई आकर रहने लगीं थीं। बाद में तुलसी ने भी हिंदू धर्म अपना लिया। वो पढ़ाई पूरी करके राजनीति में आ गईं।

बताया जाता है कि भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के बीच तुलसी को काफी पसंद किया जाता है। तुलसी पहली अमेरिकी सांसद हैं, जिन्होंने गीता को हाथ में लेकर शपथ ली थी। अमेरिका के 50वें राज्य हवाई से लगातार जीत दर्ज करती आ रही तुलसी साल 2013 से अमेरिका के हवाई राज्य से हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में डेमोक्रेट सांसद हैं।

पीएम मोदी और तुलसी के बीच भारत और अमेरिका में हमेसा मुलाकात होती रही है। साथ ही तुलसी को लेकर यह भी प्रचारित किया जाता है कि वह संघ से जुडी हुई हैं, इस सम्बन्ध में उन्होंने कभी कोई जवाब नहीं दिया बल्कि वो इस सवाल के जवाब को टाल जाती हैं।

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