प्रमुख संवाददाता
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने राज्य के सभी विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाने की सलाह दी है। हृदय नारायण दीक्षित ने विधायकों को इस आशय का पत्र भी लिखा है।
अपने पत्र में ध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सही समय पर देश में लॉक डाउन का फैसला किया। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी से निबटने के लिए अनेक निर्णय लिए। इसी वजह से 130 करोड़ की बड़ी जनसँख्या के बावजूद इस महामारी से संघर्ष के क्षेत्र में देश को अच्छी सफलता मिली है।
उन्होंने लिखा है कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किये गए कार्यों और लिए गए निर्णयों का अनुसरण देश के अन्य राज्य भी कर रहे हैं। श्री दीक्षित ने कहा है कि कई विधायकों ने इस महामारी के समय में लोक व्यथा के निवारण के लिए कई अच्छे कदम भी उठाये हैं। उन्होंने कहा है कि विधायकों के ऐसे अनुभवों व बातचीत के आधार पर मैं सभी विधायकों से ऐसी ही उम्मीद करता हूँ। इस दिशा में मेरे भी कुछ सुझाव हैं।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने विधायकों को सुझाव दिया है कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को लॉक डाउन के प्रति लगातार प्रेरित करते रहें। संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए प्रेरित भी करें और जिला प्रशासन को इसकी सूचना भी दें।
उन्होंने लिखा है कि राशन व भोजन वितरण के साथ-साथ आवश्यक वस्तुओं व सेवाओं पर भी विधायक नज़र रखें। कहीं गड़बड़ी की जानकारी मिले तो जिला प्रशासन को तत्काल सूचित करें। इसके साथ ही वह अपने क्षेत्र के लोगों में डॉक्टरों, फार्मासिस्टों तथा अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के प्रति आत्मीयता का भाव विकसित करें।
हृदय नारायण दीक्षित ने विधायकों से यह उम्मीद जताई है कि वह लोगों को परस्पर दूरी के लिए प्रेरित करते रहेंगे। वह किसी अफवाह के बारे में सुनें तो सोशल मीडिया के माध्यम से तत्काल उसका खंडन करें। विधायक खुद खंडन करेगा तो लोग फ़ौरन भरोसा करेंगे। इसके अलावा आम लोगों के साथ-साथ वे प्रशासन के भी सम्पर्क में बने रहें। उन्होंने कहा है कि जनप्रतिनिधि जनता और प्रशासन के बीच पुल की तरह होता है और उसे अपनी इस भूमिका को निभाना भी चाहिए।