जुबली न्यूज़ डेस्क
बुंदेलखंड के चित्रकूट जिले में खदानों में मजदूरी के लिए गरीब नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का मामला सामने आया है। यहां आदिवासी समाज की नाबलिग लड़कियों को जिंदा रहने के लिए अवैध खदानों में काम करना पड़ रहा है। पर उस काम को पाने के लिए ठेकेदारों और बिचौलियों के हाथ पैर जोड़ने पड़ रहे हैं। काम और अपनी थोड़ी सी मजदूरी के लिए इन लड़कियों को अपनी आबरू का सौदा करना पड़ता है। जिसकी कीमत लगाई जाती है सिर्फ 150 से 200 रुपए।
एक निजी न्यूज चैनल पर स्पेशल रिपोर्ट दिखाए जाने के बाद डीएम शेषमणि पांडे ने पूरे मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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बता दें कि दिल्ली महिला आयोग सहित अन्य सामाजिक संगठनों ने योगी सरकार से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने को कहा है। मामला उजागर होने के बाद दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर योगी आदित्यनाथ सरकार से मामले में तुरंत सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
उन्होंने लिखा, “उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में 10 से 18 साल की बच्चियों के साथ खदानों में काम के बहाने दरिंदगी की जा रही है। ऐसा कैसे हो सकता है कि इन नन्ही बच्चियों को इस तरह नोचा जा रहा है और प्रशासन को भनक तक नहीं है? बेहद शर्मनाक! योगी जी, तुरंत सख्त ऐक्शन करवाए!
चित्रकूट में खदानों में बेटियों के साथ हो रही दरिंदगी पर कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा ने दुःख व्यक्त करते हुए योगी सरकार से न्याय की मांग की है। उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करते हुए ट्वीट कर लिखा है कि, चित्रकूट में खदानों में बेटियों के साथ दरिंदगीपूर्ण कृत्य शर्मसार करने वाली है। प्रशासन इस घटना पर लीपापोती करने का प्रयास कर रहा है। मुख्यमंत्री जी इस घटना का संज्ञान लेकर इन बेटियों को न्याय दिलाने में संवेदनशीलता दिखाएं।
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