जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में घिरोर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने उसकी नाबालिग पुत्री के साथ तमंचे के बल पर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि जब वह शिकायत करने गया तो थाने में मौजूद दरोगा ने मारपीट करने के साथ ही थाने में बैठा लिया।
पीड़िता के पिता ने एसपी को प्रार्थना पत्र दिया है। उधर, पुलिस ने मामले से इनकार किया है। थाना क्षेत्र एक गांव निवासी व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय को प्रार्थना पत्र दिया है। इसमें कहा है कि 16 वर्षीय पुत्री 2 जुलाई को घर में अकेली थी। पिता व अन्य परिजन किसी काम से बाहर थे। तभी गांव निवासी दो युवक छिपकर घर में घुस गए।
तमंचा के बल पर आरोपियों ने उससे दुष्कर्म किया। पीड़िता की चीख पुकार सुन ग्रामीण जमा हो गए। भाग रहे आरोपियों को पकड़ने के बाद कमरे में बंद कर दिया था।
ग्रामीणों को धमकाते हुए दोनों को छुड़ा ले गए। आरोप है कि पीड़िता को लेकर पिता जब थाने में पहुंचा। तो वहां मौजूद दरोगा ने झूठी शिकायत दर्ज कराने की बात कहते हुए मारपीट कर थाने में बैठा लिया। उधर, आरोपी पक्ष भी रिपोर्ट दर्ज न कराने को लेकर धमकी दे रहा है। पीड़ित परिवार ने अब एसपी से न्याय की गुहार लगाई है।
अपर पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह का कहना है कि सामूहिक दुष्कर्म की कोई घटना नहीं हुई। किशोरी को गांव के एक युवक से बात करते परिजनों ने पकड़ लिया था। इसके बाद युवक की बेरहमी से पिटाई की गई। वे उसे मरा हुआ समझने के बाद भाग गए।
युवक का उपचार सैफई में चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। हत्या का मामला दर्ज न हो जाए, इस वजह से सामूहिक दुष्कर्म की कहानी गढ़ी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।