जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे मंच से कुछ बेहद विवादित बातें स्वीकार करते हुए नजर आ रहे हैं। मंत्री संजय निषाद ने कहा, “मैंने 7 दारोगाओं का हाथ-पैर तुड़वाकर उन्हें गड्ढे में फेंकवाया, और इस तरह मैं यहां तक पहुंचा हूं।” उनके इस बयान ने राजनीतिक और सोशल मीडिया में हलचल मचा दी है।
मंत्री संजय निषाद 18 मार्च को सुल्तानपुर में अपनी निषाद पार्टी की जनाधिकार यात्रा के तहत पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन और अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके समाज के कई लोगों को फर्जी मामलों में फंसाया गया है। उन्होंने पुलिस से कहा कि यदि फर्जी मामलों को हटाया नहीं गया तो वे आंदोलन करेंगे और दारोगा को निलंबित कर मुख्यमंत्री तक शिकायत करेंगे।
इस विवादित बयान के बाद, संजय निषाद ने पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी और कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वे दारोगाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। यह घटना खासतौर पर तब हुई जब 14 मार्च को होली के दिन दोस्तपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव में एक दलित और निषाद परिवार के बीच विवाद हुआ था, जिसके कारण एक 65 वर्षीय दलित महिला की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में ग्राम प्रधान कृष्णा कुमार निषाद समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, जिनमें से 4 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
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इस मुद्दे पर संजय निषाद ने मंच से पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि निषाद समाज के लोग निर्दोष हैं और उन्हें फर्जी तरीके से फंसाया गया है। उन्होंने इस मामले में एक्शन लेने की धमकी दी और कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वे दारोगाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।